उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इसमें अखिलेश यादव की करहल सीट और अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट भी हैं. यूपी से 9 विधायक सांसद बने हैं और उनकी खाली सीट पर उपचुनाव होंगे. इसके अलावा, सिशामऊ विधानसभा सीट खाली होने जा रही है. यहां से मौजूदा विधायक इरफान सोलंकी को आगजनी मामले में 7 साल की सजा मिली हुई है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं.
करहल की सीट पर रहेगी नजर
करहल की सीट से अखिलेश यादव अपने चचेरे भाई तेजप्रताप यादव को उतार सकते हैं. इसके अलावा मिल्कीपुर की सीट भी खाली हो रही हैं जहां से मौजूदा विधायक अवधेश प्रसाद सांसद चुने गए हैं. लालजी वर्मा ने भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और वह सांसद बने हैं. बीजेपी और विपक्षी गठबंधन दोनों के लिए ही यह उपचुनाव अग्निपरीक्षा है.
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कांग्रेस भी गठबंधन के लिए तैयार है
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की लोकसभा सीटें बढ़ी है, लेकिन पार्टी का फोकस अपनी ताकत बढ़ाने पर है. ऐसे में सहयोगियों को आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए साथ लेकर चलना चाहती है. समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव कांग्रेस को 2 सीटें देने पर विचार कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव में मिली सफलता ने दोनों पार्टियों को उत्साहित किया है.
इन सीटों पर होने वाला है उपचुनाव
कैथेरी के विधायक लाल जी वर् अंबेडकर नगर से सांसद बने हैं. कुंदरकी (मुरादाबाद), खैर (अलीगढ़), सदर (गाजियाबाद), फूलपुर (प्रयागराज), मीरापुर और मझवा (मिर्जापुर) पर भी उपचुनाव होने वाले हैं.
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