डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश में आपराधिक मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिले हैं. दोनों लड़कियां दलित समुदाय की थीं. इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया. लड़कियों की मां ने पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों पर उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने इन आरोपियों में से एक को गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार की शाम निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में पेड़ पर फंदे से लटकते दो किशोरियों के शव मिले. उन्होंने बताया कि दोनों लड़कियां दलित समुदाय की हैं. इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया. पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन और अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
पढ़ें- गुजरात में 5 युवकों ने प्रेमी को बंधक बनाकर उसके सामने ही प्रेमिका से किया गैंगरेप
सूत्रों ने बताया कि मृत लड़कियों की मां का आरोप है कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों ने उसकी बेटियों को उनकी झोपड़ी के पास से अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं और मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता लग सकेगा. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पढ़ें- बाढ़ से राहत के नाम पर हो रहा हिंदू महिलाओं का रेप
विपक्ष ने उठाए सवाल
इस बीच समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से करते हुए ट्वीट किया, "निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है."
पढ़ें- 11 साल की लड़की की 'दोस्त' ने ही करवाया गैंगरेप, पूरी घटना देखती रही और हंसती भी रही
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था. रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?"
इनपुट- एजेंसी
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.