डीएनए हिंदी: आमतौर पर पुलिस का काम अपराध पर नियंत्रण पाना माना गया है. पुलिस अपराध होने से रोके के लिए हर तरह से प्रयास करती है औऱ कई बार अपराधियों को पकड़ने के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा देती हैं. लेकिन पुलिस को भी यह पता है कि अपराध रूपी अधियारा सिर्फ शिक्षा रूपी दीपक के जरिए ही समाप्त किया जा सकता है. शायद इसीलिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सब-इंस्पेक्टर रंजीत यादव गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश पुलिस में SI रंजीत यादव की क्लास एक पेड़ के नीचे लगती है, जिसे अटेंड करने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे उत्सुक दिखाई देते हैं. अपराधियों की धर-पकड़ में व्यस्त रहने वाले रंजीत यादव को जब भी खाली समय मिलता है, वह गरीबों की बस्ती में पहुंच जाते हैं और फिर शुरू होता है उनका मास्टर वाला रोल.
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न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में रंजीत यादव ने कहा, "मैंने अपना खुद का स्कूल शुरू किया है. मैं इन बच्चों को कई महीनों से पढ़ा रहा हूं. जब भी मुझे मुझे छुट्टी मिलती है मैं बच्चों को पढ़ाता हूं. मैंने अक्सर इन बच्चों के माता-पिता को भीख मांगते देखा है. इसलिए मैंने उनसे बात की और कई अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हो गए."
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SI रंजीत यादव को उनके स्टूडेंट प्यार से 'पुलिस अंकल' कहते हैं. 'पुलिस अंकल' की क्लास का इन बच्चों के बेसब्री से इंतजार भी रहता है. बच्चों का कहना है कि वो आगे पढ़ाई करना चाहतें हैं और स्कूल जाना चाहते हैं. न्यूज एजेंसी ANI को बच्चों ने कहा कि यहाँ पढ़ते समय हमें बहुत अच्छा लगता है, इसलिए अब हम नियमित रूप से यहां आते हैं.
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