उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Crime) में महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार के आंकड़े परेशान करने वाले हैं. महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर कई सरकारी योजनाएं हैं. इसके बाद भी उनके साथ होने वाले अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है. महिला आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 8 साल में आयोग के पास जितनी भी शिकायतें आई हैं उनमें से 55% उत्तर प्रदेश से है. उत्तर प्रदेश में ज्यादा शिकायतें आने के पीछे एक तर्क यह भी दिया जाता है कि यहां की जनसंख्या ज्यादा है.
इस साल सबसे ज्यादा शिकायतें यूपी से
राष्ट्रीय महिला आयोग के मुताबिक, इस साल अब तक सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश (Crime In UP) से मिली हैं. आयोग के पास साल 2024 में अब तक राष्ट्रीय महिला आयोग को 12,648 शिकायतें मिली हैं. इनमें से सबसे अधिक 6,492 अकेले उत्तर प्रदेश से हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली और तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र है. उत्तर प्रदेश में अपराध की ज्यादा संख्या दर्ज होने के पीछे एक तर्क दिया जा रहा है कि जनसंख्या अधिक होने की वजह से ऐसा है.
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घरेलू हिंसा और उत्पीड़न के मामले सबसे ज्यादा
राष्ट्रीय महिला आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली 1,119 शिकायतों के साथ दूसरे स्थान पर है. तीसरे स्थाम पर महाराष्ट्र है जहां 764 शिकायतें अब तक दर्ज की गई हैं. महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की प्रवृति की बात करें, तो सबसे ज़्यादा 3,567 शिकायतें ‘गरिमा के अधिकार’ श्रेणी में प्राप्त हुई हैं. इसके बाद घरेलू हिंसा की 3,213 शिकायतें दर्ज की गई हैं.
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