Uttarakhand Rescue Live: टनल में पहुंची एंबुलेंस, 41 मजदूरों के लिए बेड और अस्पताल तैयार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 28, 2023, 03:08 PM IST

Uttarakhand Tunnel Rescue

Uttarakhand Tunnel Collapse Updates: उत्तराखंड में हुए सुरंग हादसे में फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. ताजा जानकारी है कि टनल की खुदाई का काम पूरा हो गया है.

डीएनए हिंदी:  उत्तराखंड सुरंग हादसे में मजदूर पिछले 17 दिन से फंसे हैं. 41 मजदूरों को बाहर निकालने का काम जारी है और पूरे देश में इनके लिए प्रार्थना हो रही है. ताजा जानकारी है कि टनल में एंबुलेंस पहुंच गई है. कुछ ही देर में मजदूरों को बाहर निकालने की प्रक्रिया पूरी हो सकती है. मशीन खराब होने के बाद मजदूरों को निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग और रैट माइनिंग का सहारा लिया गया है. भारतीय सेना भी अब रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है. 12 नवंबर को यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था. मजदूरों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है और पीएम नरेंद्र मोदी खुद बचाव अभियान पर नजर बनाए हैं.  पल-पल का अपडेट जानें यहां.

सिलक्यारा सुंरग रेस्क्यू ऑपरेशन में आखिरकार दुआएं कबूल हुईं और टनल के अंदर एंबुलेंस पहुंच गई है.

रैट हॉल माइनिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. सुरंग में मलबे को हाथ से साफ कर रहे हैं. फिलहाल नई जानकारी है कि खुदाई का काम लगभग पूरा हो गया है और अब एयरलिफ्ट करने की तैयारी है.

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NDRF SDRF के जवान पहुंचे अंदर 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम खुदाई का काम पूरा होने के बाद अंदर प्रवेश कर रही है. सभी मजदूरों को एक-एक कर बाहर निकाला जाएगा और उन्हें पहले मेडिकल केयर दी जाएगी. 

अगर कहीं सरिया या गर्डर या कोई और रुकावट आती है तो मशीन से उसे काटा जाएगा और फिर मशीन से पाइपों को अंदर डाला जाएगा. सुरंग के मलबे के आखिरी 10-12 मीटर की हाथ से सफाई हो रही है. मजदूरों को पाइप के जरिए घर का खाना, दवाइयां पहुंचाई जा रही है. मजदूरों को एंटी डिप्रेशन डोज भी दी जा रही है ताकि वह अवसाद में न चले जाएं. 

मजदूरों को किया जाएगा एयरलिफ्ट 
वर्टिकल ड्रिलिंग का काम पूरा होने के बाद 41 मजदूरों को एयरलिफ्ट किया जाएगा. सुरंग के बाहर एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात है. बाहर निकलते ही उन्हें प्राथमिक उपचार दिया जाएगा. 41 जिंदगियों के लिए पूरे देश में प्रार्थना हो रही है. देव दिवाली और कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में दीप जलाकर विशेष प्रार्थना की गई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 15 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूरों की सुरक्षित निकासी के लिए ‘कोटि दीपोत्सवम’ में प्रार्थना की है.

मजदूरों के परिजन से भी संपर्क में है अधिकारी 
मजदूरों के परिवार की हालत खराब है लेकिन वरिष्ठ अधिकारी लगातार उनके साथ संपर्क में हैं. प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी प्रमोद कुमार मिश्रा ने सुरंग हादसे वाली जगह का दौरा किया. केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और उत्तराखंड मुख्य सचिव एसएस संधू ने भी घटनास्थल का जायजा लिया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम, टॉप लेवल के अधिकारियों और मेडिकल एक्सपर्ट के साथ तीनों वरिष्ठ अधिकारियों की बातचीत हुई है. प्रिंसिपल सेक्रेटरी मिश्रा ने मजदूरों के परिवार से भी बात की. 

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