डीएनए हिंदी: भारतीय रेलवे (Indian Railway) लगातार अपनी तकनीक और स्पीड को दुरुस्त करता जा रहा है जिससे यात्रियों को रेलवे में बेहतर सुविधाएं दी जा सकें. वहीं ट्रेनों में सुरक्षा और बेपटरी होने की घटनाओं को कम करने के लिए कवच ऑटोमेटिक ब्रेकिंग सिस्टम (Kavach Automatic Breaking System) पर भी काम जारी है और अब देश की सबसे प्रीमियम और तेज चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) में भी इस कवच सिस्टम का टेस्ट सफल हुआ है.
दरअसल, सुरक्षा की नई तकनीक से लैस पहली वंदे भारत ट्रेन ने शुक्रवार को अपना ‘कवच टेस्ट’ पास कर लिया है. वंदे भारत देश की पहली ऐसी ट्रेन है जिसमें कवच टेक्नोलॉजी (Kavach Technology) का उपयोग किया गया है और इसकी सटीकता को जांचने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद चेन्नई पहुंचे थे. वंदे भारत की कवच तकनीक (Kavach System) के परीक्षण का वीडियो रेल मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है.
Reliance Jio यूजर्स को सालभर तक नहीं कराना पड़ेगा रीचार्ज, पैसा वसूल है ये ऑफर
आपको बता दें कि कवच टेक्नोलॉजी से लैस होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पहली ट्रेन है. अभी इस तकनीक का ट्रायल चल रहा है और भविष्य में यह कई और ट्रेनों में प्रयोग होगी. कवच तकनीक एक ऐसी तकनीक है जो ट्रेनों को आपस में टकराने से बचाएगी. ऐसे यदि किसी एक पटरी पर दो ट्रेनें आमने-सामने आ जाती है तो इस कवच टेक्नोलॉजी की मदद से ट्रेन 380 मीटर पहले ही रुक जाएगी.
Jobs in Bihar : तेजस्वी यादव कैसे पूरा करेंगे अपना वादा? आंकड़े कह रहे कुछ और कहानी
गौरतलब है कि कवच तकनीक एक तरह से ट्रेन में आटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम की तरह काम करती है लेकिन यह सिर्फ उस समय एक्टिव होगा जब एक ही पटरी पर दो ट्रेनें आमने-सामने हों. कवच तकनीक वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में तैयार किया गया है. इसे अब भारतीय रेलवे में दुर्घटना से बचाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.