राजस्थान में बीजेपी को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. दो बार लगातार 25 में से 25 सीटें जीतने के बाद इस बार बीजेपी को सिर्फ 14 सीटों पर जीत मिली है. इसके बाद से प्रदेश नेतृत्व से दिल्ली में हाई कमान नाराज बताया जा रहा है. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दावे भी किए जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद पार्टी का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा.
बंद कमरे में हुई वसुंधरा और भजनलाल की मुलाका
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की मुलाकात हुई है. दोनों की यह मीटिंग बंद कमरे में हुई और एक घंटे से ज्यादा चली है. इस बैठक में प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं बुलाया गया था. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में हाई कमान का मानना है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में भितरघात का शिकार हुई है. इसकी एक वजह प्रदेश के बड़े नेताओं के बीच टकराव भी रही.
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उपचुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करने की कोशिश
सूत्रों का कहना है कि यह बैठक पार्टी को एकजुट करने के इरादे से हुई थी. लोकसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे बिल्कुल अलग-थलग नजर आ रही थीं. उन्हें मनाने के लिए दोनों शीर्ष नेताओं के बीच लंबी बातचीत की गई है. बताया जा रहा है कि हाई कमान उपचुनाव में मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश करना चाहता है.
राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें चल रही हैं, लेकिन अब तक पार्टी की ओर से इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है. हालांकि, राजस्थान नतीजों को लेकर पार्टी की ओर से एक उच्च स्तरीय टीम बनाई गई है जो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं होने के पीछे के कारणों का पड़ताल कर रही है. अपनी रिव्यू रिपोर्ट में टीम ने भितरघात और कार्यकर्ताओं में जोश की कमी जैसी बात मानी है.
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