डीएनए हिंदी: महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने दावा किया है कि स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने राष्ट्रपिता की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक ''कारगर बंदूक'' खोजने में मदद की थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई ने तुषार गांधी की इन टिप्पणियों को निराधार बताया है.
तुषार गांधी ने ट्वीट किया, "सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की, उन्होंने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में भी मदद की. बापू की हत्या से दो दिन पहले तक गोडसे के पास एम के गांधी की हत्या के लिए एक विश्वसनीय हथियार नहीं था."
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इससे पहले महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी 18 नवंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि जो लोग यात्रा की आलोचना करते हैं और देश को एकजुट करने के इसके उद्देश्य पर सवाल उठाते हैं, वे वास्तव में इसके विभाजन की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
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तुषार गांधी ने कहा था कि वास्तव में ऐसे लोग चाहते हैं कि विभाजन होना चाहिए. सच्चे देशभक्त वे होते हैं, जो महसूस करते हैं कि कुछ गलत हो रहा है और वे इसमें सुधार सुनिश्चित करने के लिए कुछ करते हैं. तब न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने कहा था कि यह सच है कि वीर सावरकर अंग्रेजों के मित्र थे, उन्होंने अंग्रेजों से इसलिए माफी मांगी कि वे जेल से बाहर निकल जाएं... ऐसा नहीं है कि हमने इसे व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से लिया है, इसका प्रमाण इतिहास में है.
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(ANI/भाषा)
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