'विकसित भारत में महिलाओं की अहम भागीदारी', DU के भारती कॉलेज में बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

Written By रईश खान | Updated: Aug 30, 2024, 05:39 PM IST

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि भारत इतिहास के एक निर्णायक क्षण में है और शोधकर्ताओं से आग्रह किया कि वे राष्ट्र की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जागरूक करें.

भारत के माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी डॉ. श्रीमती सुदेश धनखड़ के साथ शुक्रवार को ‘विकसित भारत में महिलाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारती कॉलेज पहुंचे. उपराष्ट्रपति ने कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को संबोधित किया. उपराष्ट्रपति ने अपने मुख्य भाषण में भारत के विकास में महिलाओं के परिवर्तनकारी योगदान को रेखांकित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, शिक्षा वह कुंजी है, जो प्रगति के द्वार खोलती है.'

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने हाल ही में जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में 6वां स्थान प्राप्त किया है, जो पहले 11वें स्थान पर था. उन्होंने यह भी गर्व व्यक्त किया कि दिल्ली विश्वविद्यालय को QS विश्वविद्यालय रैंकिंग 2025 में 328वां स्थान प्राप्त हुआ है. हालांकि, उन्होंने देश में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सभी से महिलाओं के लिए एक बेहतर वातावरण बनाने का प्रयास करने का आह्वान किया.

भारती कॉलेज की चेयरपर्सन प्रोफेसर कविता शर्मा और प्रिसिंपल प्रो. (डॉ.) सलोनी गुप्ता ने भारत के माननीय उपराष्ट्रपति और अन्य सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया. छात्राओं को संबोधित करते हुए भारत के उपराष्ट्रपति ने लड़कियों की  शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कहा, "यदि आप एक पुरुष को शिक्षित करते हैं, तो आप केवल एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं, लेकिन यदि आप एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो आप पूरे परिवार को शिक्षित करते हैं.

'हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी'
उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि भारत इतिहास के एक निर्णायक क्षण में है और शोधकर्ताओं से आग्रह किया कि वे राष्ट्र की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जागरूक करें. विकसित भारत में महिलाओं का अहम भूमिका रही है. आज महिलाएं उद्यमी के रूप में काम कर रही हैं और दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर रही हैं. भारत को दुनिया के अग्रणी कुछ देशों में शामिल किया गया है. आज का भारत इंग्लैंड से अधिक शक्तिशाली है. आज का भारत अगले 2-3 वर्षों में जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा.

कार्यक्रम के समापन पर उपराष्ट्रपति महोदय ने छात्रो को नए संसद भवन का दौरा करने और विकसित भारत के संरक्षण में हुई परिवर्तन की प्रक्रिया का साक्षी बनने के लिए सादर आमंत्रित किया.

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