Rau IAS Tragedy: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई घटना ने पूरे देश को हिला के रख दिया है. राऊ आईएएस स्टडी सर्कल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स की जान चली गई थी, जिसे लेकर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है. इस घटना को लेकर कोचिंग सेंटर की तरफ से उनके वकील मोहित सराफ ने पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश की है. उधर, दृष्टि आईएएस के संचालक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने भी पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करने का ऐलान किया है.
कोचिंग सेंटर दो किस्तों में देगा सहायता
मोहित के अनुसार, मुआवजा दो किस्तों में दिया जाएगा - 25 लाख रुपये तुरंत छात्रों के परिवारों को दिया जाएगा और बाकी 25 लाख रुपये राऊ आईएएस के सीईओ अभिषेक द्वारा वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपलब्ध होने पर दिए जाएंगे. अधिवक्ता मोहित ने छह महीने के भीतर दूसरी किस्त का भुगतान करने की गांरटी दी है. सराफ ने प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए कोचिंग सेंटर की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा,'हम समझते हैं कि अलग-अलग लोगों की अलग-अलग अपेक्षाएं होती हैं, और मैं केवल एक संदेशवाहक हूं.'
विकास दिव्यकीर्ति देंगे 10-10 लाख रुपये
वहीं इस मामले में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने भी छात्रों के परिवार जनों को आर्थिक मदद देने की बात कही है. डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने तीनों बच्चों के परिवार वालों को 10-10 लाख रुपये का आर्थिक मदद करने का एलान किया है.
ये भी पढ़ें-48 घंटे के भीतर हिजबुल्लाह ने इजरायल पर किया पलटवार, दागे दर्जनों रॉकेट, अब आगे क्या होगा?
दिव्यकीर्ति बाकी बच्चों की भी करेंगे मदद
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने घटना को लेकर शोक जताते हुए कहा,'मैं जानता हूं ये समय उन सभी बच्चों के परिवार वालों के लिए काफी कठिन है. राजेंद्र नगर में हुई दोनों घटनाओं में जवान गंवाने वाले परिवार के सदस्यों के साथ हम उनके साथ खड़े हैं." उन्होंने ने आगे कहा कि मैं हमारी संस्थान दृष्टि IAS उन सभी बच्चों के साथ हैं, जो वर्तमान में Rau's IAS में पढ़ते हैं. दृष्टि IAS उन सभी बच्चों की हर तरह से सहायता और शिक्षा के लिए हर समय खड़ा है.'
दरअसल,राऊ आईएएस के इस बेसमेंट में अवैध रूप से लाइब्रेरी संचालित की जा रही थी. घटना के बाद देश भर के कई अवैध कोचिंग संस्थान को सील कर दिया गया है. प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद तैयारी कर रहे बच्चों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.