डीएनए हिंदी: Punjab News- पंजाब में खालिस्तानी आंदोलन को फिर से भड़का रहा अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने बृहस्पतिवार को अपनी ताकत सरकार को दिखाई. अपने समर्थकों की गिरफ्तारी से नाराज अमृतपाल ने पहले अमृतसर के अजनाला थाने में अपने हजारों समर्थकों से हाथों में तलवार लेकर हमला कराया और पुलिसकर्मियों से मारपीट की. पुलिस अधिकारियों ने वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल (Waris Punjab De Chief Amritpal Singh) के साथ मीटिंग की तो एक घंटे में अपने समर्थकों की रिहाई नहीं होने पर परिणाम भुगतने की खुली चुनौती दे दी. इसके बाद पंजाब सरकार बैकफुट पर आ गई और उसके साथी लवप्रीत उर्फ तूफान सिंह व अन्य समर्थकों को रिहा करने की घोषणा कर दी.
बता दें अमृतपाल सिंह वही है, जिस पर पंजाब में एक बार फिर खालिस्तानी आंदोलन को भड़काने के आरोप लग रहे हैं. अमृतपाल सिंह ने पिछले दिनों देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी जान से मारने की धमकी दी थी. उसने कहा था कि जो हाल 1984 में इंदिरा गांधी का हुआ था, वही अमित शाह का भी होगा. अमृतपाल को 'भिंडरावाले 2.0' भी कहा जा रहा है.
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पुलिस कमिश्नर ने कहा, तूफान के निर्दोष होने के मिले हैं सबूत
हालांकि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने लवप्रीत उर्फ तूफान सिंह की रिहाई दबाव में करने की बात से इनकार किया है. अमृतसर के पुलिस कमिश्नर जसकरण सिंह ने कहा, थाने पर पहुंंची भीड़ ने तूफान की बेगुनाही के पर्याप्त सबूत दिए हैं. इसलिए उसे छोड़ा जा रहा है. मामले की जांच स्पेशल जांच टीम (SIT) करेगी, जिसकी अगुवाई पुलिस अधीक्षक तेजबीर सिंह हुंदल करेंगे.
थाने पर बवाल के बाद अमृतपाल ने दी धमकी
अमृतसर के अजनाला थाने पर बवाल करने के बाद अमृतपाल सिंह ने पुलिस अधिकारियों से मीटिंग की. इस मीटिंग के बाद उसने वीडियो बयान जारी किया. ANI के मुताबिक, अमृतपाल सिंह ने इस बवाल को शक्ति प्रदर्शन बताया और कहा, मेरे समर्थकों पर महज राजनीतिक मकसद के लिए FIR दर्ज की गई है. यदि एक घंटे में इस केस को रद्द नहीं किया गया तो आगे जो कुछ भी होगा, उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा. अमृतपाल ने आगे कहा, उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते, इसलिए ये शक्ति प्रदर्शन (थाने में बवाल) जरूरी था. इस दौरान उसने थाने के अंदर अपने समर्थकों द्वारा पुलिसकर्मियों को घायल किए जाने के आरोप को भी गलत बताया. अमृतपाल ने कहा, कुछ पुलिसकर्मी नीचे गिरने के कारण घायल हुए हैं. साथ ही अमृतपाल ने अमित शाह को धमकी दिए जाने की बात को भी गलत बताया. उसने कहा, मैंने सिर्फ ये कहा था शाह भी वही गलती करेंगे, जो इंदिरा गांधी ने की थी तो उनका हश्र भी वैसा ही होगा.
थाने में नंगी तलवारें लेकर घुसे समर्थक
बृहस्पतिवार को अमृतसर के अजनाला थाने के बाहर अमृतपाल सिंह के हजारों समर्थक हाथों में नंगी तलवारें लेकर पहुंच गए. ये सभी अमृतपाल के करीबी लवप्रीत उर्फ तूफान सिंह की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. दोपहर तक नारेबाजी करने के बाद अचानक ये लोग थाने के अंदर घुस गए और पुलिसवालों को पीटकर थाने पर कब्जा कर लिया. इस दौरान कई पुलिसवालों के तलवारों और डंडों से वार कर जख्मी कर दिया गया.
अमृतपाल खुद भी पहुंचा थाने पर
अपने समर्थकों के थाने पर कब्जा करने के बाद अमृतपल खुद भी वहां पहुंच गया. थाने में उसकी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह के साथ मीटिंग हुई. इस मीटिंग में ही अमृतपाल ने लवप्रीत उर्फ तूफान सिंह को छोड़ने के लिए प्रशासन को एक घंटे का अल्टीमेटम दिया, जिसकी जानकारी उसने बाहर आकर सभी को दी. इसके बाद उसने अपने समर्थकों के संबोधित करते हुए शांत रहने के लिए कहा. अमृतपाल ने कहा कि पुलिस ऐसे ही किसी के भी कहने पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है. पहले मेरे एक साथी को मारपीट-फायरिंग का आरोपी बनाया. अब मेरे ऊपर एक आदमी को पीटने का आरोप लगाकर तूफान को गिरफ्तार कर लिया.
'मरना भी पड़ा तो पीछे नहीं हटूंगा'
अमृतपाल सिंह ने कहा कि कई लोग कहेंगे, यह पंजाब के बच्चों को मरवाने आया है और खुद विदेश भाग जाएगा. उन्हें बता दूं कि आज भी पुलिस से टकराव के दौरान गाड़ी से उतरकर मैं आगे खड़ा था. मरने की बारी आई तो पीछे नहीं हटूंगा. सिर देने से डरता नहीं हूं.
अमृतपाल ने ही थाने पर बुलाए थे समर्थक
अमृतपाल ने ही अपने समर्थकों के बृहस्पतिवार सुबह अजनाला थाने पर इकट्ठा होने के लिए कहा था. पुलिस ने उसके समर्थकों को एकजुट होने से रोकने के लिए कई लोगों की गिरफ्तारी कर ली. इससे मामला भड़क गया था. अजनाला थाने में अमृतपाल समेत उसके 30 साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसमें सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ कमेंट करने वाले युवक का अपहरण कर बुरी तरह मारपीट करने का आरोप है. इसी मामले में लवप्रीत की गिरफ्तारी हुई थी.
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