दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत को इन दिनों जानलेवा गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को एक साथ कई मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है. इनमें गर्मी की तपिश, लू के थपेड़े, गर्म हवा, चिलचिलाती धूप और जल संकट शामिल हैं. स्थिति लगातार भयावहपूर्ण बनी हुई है. भीषण गर्मी से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर देश भर में करीब सैंकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. गर्मी को लेकर ये हाल है कि मैदानी इलाकों लेकर पहाड़ों तक, तटीय इलाकों से लेकर वन क्षेत्र तक लोग परेशान हैं. भारत के हर क्षेत्र में लू का कहर जारी है. इस सबके बीच IMD की तरफ से एक खुशखबरी आई है. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है. हालंकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते कल रात ही दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने करवाट बदला था, कई जगहों कर आंधी, तेज हवा से साथ बरिश भी हुई है.
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आज हो सकती है बारिश
आज ही वो तारीख है जब दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के साज्यों में बारिश होने के आसार हैं. IMD की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर भारत के कई इलाकों मौसम बदलता हुआ दिखाई देगा. महिनों से लगातार गर्मी की मार झेल रही जनता के लिए अच्छे दिन आ सकते हैं. कल मौसम ने जो करवट ली थी, उससे देहरादून समेत उत्तराखंड में भी कई जगहों पर बारिश हुई है. ऐसी ही स्थिति कल हिमाचल की थी, वहां शिमला और उसके नजदीकी इलाके में आंधी और वर्षा से थोड़ी राहत हासिल हुई है.
जून में औसत से कम बारिश
इस साल जून की बात करें तो देशभर में औसत से 20 फिसदी कम वर्षा हुई है. IMD रिपोर्ट में बाताया गया कि आने वाले चार दिनों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में मानसून के हालात रहेंगे. दक्षिण भारतीय राज्य केरल की बात करें तो वहां दो दिन पहले ही मानसून की आमद हो चुकी है, वहीं पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून की आमद छह दिन पहले ही हो गई थी. केरल, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र के दक्षिणी के दक्षिणी क्षेत्र, छत्तीसगढ़ दक्षिणी क्षेत्र, ओडिशा के दक्षिणी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और सभी पूर्वोत्तर प्रेदेशों के ज्यादातर भागों में 12 जून तक मॉनसून की आमद हो चुकी थी. आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार इन इलाकों में आने के बाद मॉनसून आगे नहीं बढ़ा सका.
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