Cattle Smuggling Scam: अनुब्रत मंडल के सहयोगी हुए फरार, तलाश में जुटी है CBI, ये है पूरा मामला

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 13, 2022, 10:05 PM IST

CBI Raids On Arvind Mayaram

तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल के कुछ सहयोगी फरार हो गए हैं. पशु तस्करी मामले में अनुब्रत की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही हैं.

डीएनए हिंदी: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mondal) के बॉडीगार्ड सहगल हुसैन (Sahgal Hussain) की गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों ने मवेशी तस्करी मामले में अपनी जांच में मंडल के एक अन्य करीबी सहयोगी अब्दुल लतीफ के बारे में जानकारी हासिल की है.

CBI के अधिकारियों का मानना है लतीफ ने पशु तस्करों से मुख्य कमीशन वसूली एजेंट के रूप में काम किया. वह मौके से फरार है. अधिकारियों को उसकी तलाश है. सीबीआई सूत्रों का दावा है कि सहगल हुसैन की प्रारंभिक जांच और पूछताछ के आधार पर उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि कैसे हुसैन और लतीफ ने इस मवेशी तस्करी पर बने मंडल के कारोबार के सूत्राधार रहे. 

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पशु तस्करों से ऐसे होती थी डीलिंग

सूत्रों के मुताबिक लतीफ, बीरभूम जिले के बोलपुर के पास इलामबाजार में सक्रिय था. वह उत्तरी भारत के अन्य राज्यों से मवेशियों को लाने वाले पशु तस्करों से डीलिंग करता था. अनुब्रत मंडल को कमीशन उसी के जरिए पशु तस्कर देते थे. 

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ततीफ जब अपना कमीशन लेकर पैसे जमा करता था तो एक शख्स उसे प्रशासनिक स्तर पर मैनेज भी करता था. इस कारोबार में कई दिग्गजों के नाम भी शामिल हैं. सीबीआई को लतीफ और हुसैन की करोड़ों रुपये की संपत्ति की जानकारी मिली है.

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बुरी तरह फंस चुके हैं अनुब्रत मंडल

समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक जब पूछताछ के दौरान जब भी लतीफ के बारे में पूछा जाता है तो अनुब्रत मंडल कुछ भी जवाब देने की स्थिति में नहीं होते हैं. CBI के एक अधिकारी ने कहा कि हमारा मानना है कि अनुब्रत मंडल के पास लतीफ के ठिकाने के बारे में विशेष जानकारी है.

वह जानबूझकर उसे बचा रहा है क्योंकि उसे पता है कि एक बार जब हम लतीफ को अपनी हिरासत में ले लेंगे तो मंडल के लिए परेशानी और बढ़ जाएगी. पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल में सीबीआई की विशेष अदालत में केंद्रीय एजेंसी की ओर से दायर अंतिम आरोपपत्र में हुसैन और लतीफ दोनों का नाम है. 

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