डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल में भीषण हिंसा के बीच हुए पंचायत चुनावों के बाद अब वोटों की गिनती की जा रही है. ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की सीटों के लिए पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को चुनाव हुए थे. हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की घटनाओं के बाद राज्यपाल सी वी आनंद बोस दिल्ली गए थे. दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी. अब राज्यपाल बोस का कहना है कि बंगाल में कानून तोड़ने वालों और गुंडों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों का हाल इतना बुरा होगा कि वे अपने पैदा होने के दिन को भी कोसेंगे. पिछली बार के चुनावों में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने बंपर जीत हासिल की थी. इस बार चुनाव से पहले ही लगभग 10 फीसदी सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है. बाकी की सीटों पर वोटों की गिनती की जा रही है.
कलकत्ता हाई कोर्ट ने पहले ही कहा था कि स्थिति को देखते हुए चुनाव के नतीजों के बाद कम से कम 10 दिन तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बल तैनात रहें. इस बीच मंगलवार सुबह केंद्रीय बलों की भारी तैनाती के बीच वोटों की गिनती शुरू कर दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, हर काउंटिंग सेंटर पर केंद्रीय बलों के कम से कम 90 जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा, भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है. बताया गया है कि वोटों की गिनती 6 चरणों में होनी है. सबसे पहले ग्राम पंचायत, फिर पंचायत समिति और आखिर में जिला परिषद को वोट गिने जाएंगे.
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राज्यपाल ने दी सख्त एक्शन की चेतावनी
गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस के तेवर काफी सख्त हो गए हैं. उनका कहना है, 'पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा के खिलाफ जोरदार लड़ाई लड़ी जाएगी. हिंसक घटनाओं में लिप्त लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि वे अपने जन्म के दिन को भी कोसेंगे. गुडों और कानून का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सभी विभाग सख्त एक्शन लेंगे.' उन्होंने संकेत दिए हैं कि अब उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी जो इस तरह की घटनाएं शुरू करते हैं या फिर पीछे से लोगों को ऐसी घटनाओं के लिए उकसाते हैं.
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उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर हम उन लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेंगे जो इन गुंडों के राजनीतिक आका हैं और कंट्रोल रूम में बैठकर इन लोगों को चलाते हैं और हिंसा के लिए उकसाते हैं. यह एक ऑल-आउट एक्शन होगा. यह हिंसा नई पीढ़ी के भविष्य को प्रभावित कर रही है, ऐसे में बहुत कड़ी कार्रवाई होगी. हम बंगाल को युवा और नई पीढ़ी के लिए सुरक्षित जगह बनाएंगे.'
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