डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा (West Bengal Violence) को लेकर केंद्र सरकार सख्त नजर आ रही है. गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इस मामले में राज्य की ममता सरकार से तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने रामनवमी पर हुए दंगे और खराब कानून व्यवस्था को लेकर पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रटरी से पूरी रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है. बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि बंगाल में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर राज्य सरकार से मंगलवार को एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की. गृह मंत्री अमित शाह के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से बात करने और राज्य में और खासतौर पर हावड़ा के हिंसा प्रभावित इलाकों में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया है.
ये भी पढ़ें- 'बिहार से गुंडे लाकर हिंसा करा रही भाजपा, मेरे खिलाफ वाम-राम का गठजोड़' बंगाल हिंसा पर बोलीं ममता बनर्जी
गृह मंत्रालय ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
गृह मंत्रालय ने हावड़ा में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर पश्चिम बंगाल सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. पुलिस ने बताया कि 30 मार्च को इस त्योहार के दौरान दो समूहों के बीच झड़पें हुई थीं. इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था और दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी. हावड़ा में हिंसा के सिलसिले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
यह भी पढ़ें- बंगाल हिंसा: योगी मॉडल पर चलीं 'दीदी', दंगाइयों की संपत्ति होगी जब्त
बीजेपी ने लगाया बड़ा आरोप
वहीं, बंगाल BJP प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि रामनवमी की हिंसा पूर्व नियोजित थी, क्योंकि बम एक दिन में नहीं बनते. राज्यपाल ने हमें रिषड़ा और उसके आस-पास इलाकों में जाने से मना किया इसलिए हम वहां नहीं जाएंगे लेकिन अगर कल की तरह वहां फिर हिंसा हुई तो हमें धरने पर बैठना पड़ेगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.