राजस्थान के टोंक जिले में SDM को थप्पड़ मारने का मामला बढ़ता जा रहा है. निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद समरावता गांव में बुधवार रात हिंसा भड़क गई थी. मीणा के समर्थकों ने तोड़फोड़ करते हुए कई गाड़ियों में आग लगा दी. उपद्रवियों ने 100 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. इस थप्पड़ कांड के विरोध में प्रदेश के RAS और IAS अधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है. आरएएस एसोसिएशन ने पेन डाउन करने का ऐलान किया है.
RAS एसोसिएशन के सदस्य बाड़मेर की कलेक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) को ज्ञापना सौंपा. इस दौरान उन्होंने समर्थन करने का ऐलान कर दिया. एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कलेक्टर टीना डाबी यह कहती नजर आ रही हैं 'हम आपके साथ हैं' उन्होंने कहा कि ऑन ड्यूटी एक अफसर के साथ ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी.
क्या होता है पेन डाउन?
पेन डाउन स्ट्राइक है. आसान भाषा में समझें तो निजी या सरकारी कर्मचारियों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से किए जाने वाली हड़ताल है. इसे टूल-डाउन स्ट्राइक या ड्रॉपिंग पेन भी कहते हैं. इस हड़ताल के दौरान कर्मचारी ऑफिस तो पहुंचते हैं लेकिन कोई काम नहीं करते. फिर चाहे हस्ताक्षर करना हो या अन्य काम. पेन डाउन हड़ताल की वजह से सभी सरकारी कामकाज रुक जाते हैं.
SDM को क्यों मारा थप्पड़?
राजस्थान की 7 सीटों पर बुधवार को उपचुनाव हुआ था. इनमें एक देवली-उनियारा विधानसभा सीट भी शामिल थी. समरावता मतदान केंद्र पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा यह आरोप लगाते हुए पहुंच गए कि उनका चुनाव चिन्ह हल्का कर दिया गया है. इससे उनके चिन्ह पर लोगों को मतदान करने में दिक्कत हो रही है. मीणा ने मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया, तभी उनकी बहस मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी से हो गई. नरेश मीणा इतने गुस्से में आए को SDM को थप्पड़ मार दिया.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.