Scrub Typhus: क्या है ये नई बीमारी, केरल में जा चुकी है 2 लोगों की जान, जानें कारण, लक्षण और उपचार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 13, 2022, 04:42 PM IST

Scrub Typhus

स्क्रब टाइफ्स एक संक्रामक बीमारी है, जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी (Orientia tsutsugamushi) नाम के एक खतरनाक बैक्टीरिया के कारण होती है.

डीएनए हिंदी: कोरोना, टोमैटो फीवर और मंकीपॉक्स जैसी खतरनाक बीमारियों के बीच अब एक और वायरल इंफेक्शन ने दस्तक दी है. केरल में बीते 3 दिन में इस संक्रमण से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है.इस वायरस का नाम है स्क्रब टाइफ्स (scrub typhus), रविवार को इस वायरस की वजह से तिरुवनंतपुरम में एक 38 वर्षीय महिला की मौत हो गई. वह बीते 15 दिन से इस समस्या से पीड़ित थीं. इससे पहले एक 15 वर्षीय लड़की की भी इस बीमारी से मौत हो चुकी है. केरल की स्थानीय भाषा में स्क्रब टाइफ्स को'चेल्लू पानी' के नाम से भी जाना जाता है. 

क्या होता है स्क्रब टाइफ्स (Scrub Typhus?  
स्क्रब टाइफ्स एक संक्रामक बीमारी है, जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी (Orientia tsutsugamushi) नाम के एक खतरनाक बैक्टीरिया के कारण होती है. जानकारों के अनुसार यह बीमारी संक्रमित चिगर्स के काटने से इंसानों में फैलती है. इसे बुश टाइफ्स भी कहा जाता है. यह एक तरह की वेक्टर जनित बीमारी होती है. इस बीमारी का यदि समय रहते इलाज न किया जाए तो इंसानों की जान को खतरा भी हो सकता है. इससे लिवर, दिमाग और फेफड़ों में संक्रमण होने का खतरा रहता है.

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क्या होते हैं लक्षण
-सिरदर्द, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और शरीर में कमजोरी
- बुखार, सांस फूलना, जी मिचलाना, उल्टी होना. 
- कई मामलों में शरीर पर सूखे चकते भी होने लगते हैं.
-बीमारी के गंभीर हो जाने पर मरीज में प्लेटलेट्स की संख्या भी कम होने लग जाती है.

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उपचार क्या है
पहाड़ी इलाकों और खेतों के आस-पास इस वायरस को फैलाने वाले कीड़े बहुतायत पाए जाते हैं. बारिश के मौसम में इनका खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में घास या खेत वाले इलाकों में ना जाएं. घास पर पैदल ना चलें. पूरी बाजू के और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें. ब्लड टेस्ट के जरिए इसकी जांच की जाती है. इसके उपचार के लिए 7-10 दिन तक दवा चलती हैं. इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को तला-भुना खाने से बचना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

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