डीएनए हिंदी: लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने बीएसपी सांसद दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. भाषण के दौरान टोका-टोकी से नाराज होकर बिधूड़ी ने लगातार उनके लिए असंसदीय टिप्पणी की थी. इस व्यवहार पर बीजेपी ने भी नाराजगी जाहिर की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है. दूसरी ओर बीएसपी सांसद ने इस विवाद के बाद लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर संरक्षण मांगा है. अब हर ओर यह चर्चा हो रही है कि आखिर यह बीएसपी सांसद कौन हैं जिसके लिए कांग्रेस से लेकर एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और टीएमसी एमपी महुआ मोइत्रा भी आवाज उठा रही हैं. जानें उनके जीवन और राजनीति के बारे में सबकुछ.
रमेश बिधूड़ी की टिप्पणियों के बाद दानिश अली रोते भी दिखे थे और उन्होंने कहा था कि यह बताता है कि इस देश में मुसलमानों की क्या स्थिति है. उनके साथ कैसा सुलूक किया जाता है. विवाद के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और दोनों के गले मिलने की तस्वीरें आई थीं. जानें कौन हैं यह बीएसपी सांसद जिन्हें कांग्रेस से लेकर जेडीएस तक का करीबी माना जाता है. बीएसपी में शामिल होने से पहले वह जनता दल सेक्युलर का हिस्सा रह चुके हैं.
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अमरोहा सीट से हैं बीजेपी सांसद
दानिश अली 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी (सपा से गठबंधन) के रूप में अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं. उन्होंने बीजेपी के कंवर सिंह तंवर से 63 हजार वोटों हराया था. दानिश अली के बारे में कहा जाता है कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के करीबियों में वह शामिल हैं. कहा जाता है कि देवगौड़ा ने ही उनकी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बीच में लोकसभा चुनाव से पहले मीटिंग कराई थी और वह बीएसपी में शामिल हुए थे. उससे पहले वह जेडीएस के साथ जुड़े हुए थे.
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विरासत में मिली है राजनीति
दानिश अली के बारे में कह सकते हैं कि उन्हें विरासत में राजनीति मिली है. उनके दादा कुंवर महमूद अली 1957 में डासना से विधायक रह चुके हैं. कर्नाटक में अली जेडीएस और कांग्रेस का गठबंधन कराने वाले प्रमुख चेहरों में से एक थे. उनके बीएसपी ज्वाइन करने पर भी एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि यह पूरी तरह से एक राजनीतिक समझौता है. हमने रणनीति के तहत उन्हें बीएसपी ज्वाइन करने के लिए कहा है ताकि बीएसपी और जेडीएस के सांसदों की संख्या बढ़ सके.
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