डीएनए हिंदी: अडानी ग्रुप और हिंडबनबर्ग रिसर्च केस में कूदे जॉर्ज सोरोस (George Soros) भारतीय नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. इस मामले पर टिप्पणी करने वाले मशहरू अरबपति कारोबारी जॉर्ज सोरोस के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने जोरदार पलटवार किया है. स्मृति ईरानी ने कहा है कि जॉर्ज सोरोस अब भारत के लोकतंत्र को तोड़ना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत का लोकतंत्र हमेशा से मजबूत रहा है और आगे भी रहेगा. इसी मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी कहा था कि इस पूरे मामले से जॉर्ज सोरोस का कोई नाता नहीं है. हमारा लोकतंत्र तय करता है कि कौन चुनाव जीतेगा, जॉर्ज सोरोस जैसे लोग नहीं.
दरअसल, अडानी हिंडनबर्ग विवाद पर जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि नरेंद्र मोदी इस मामले पर शांत हैं लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों के और संसद में पूछे जा रहे सवालों के जवाब देने ही होंगे. म्यूनिख सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में अपने भाषण के दौरान सोरोस ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि इस सबसे भारत की सरकार पर मोदी की पकड़ कमजोर हो जाएगा. जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि इससे भारत में एक लोकतांत्रिक परिवर्तन होगा.
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कौन हैं Goerge Soros?
जॉर्स सोरोस दुनिया के अमीर शख्सियतों मे शुमार हैं. मूल रूप से हंगरी से ताल्लुक रखने वाले जॉर्ज सोरोस 92 साल के हैं और अब वह अमेरिका में रहते हैं. शेयर मार्केट में पैसे लगाकर धनी बने जॉर्ज सोरोस के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने इतना मुनाफा बनाया कि बैंक ऑफ इंग्लैंड ही खाली हो गई. एक अनुमान है कि जॉर्ज सोरोस के पास 8.5 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा की संपत्ति है.
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जॉर्ज सोरोस के बयान पर बीजेपी की ओर से पलटवार करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा है कि जॉर्ज सोरोस ने अपनी बदनीयत दिखाई है कि वह भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करना चाहते हैं. उन्होंने आगे कहा, 'जॉर्ज सोरोस ने ऐलान किया है कि वह पीएम मोदी जैसे नेताओं को निशाना बनाने के लिए बिलियन डॉलर्स की फंडिंग करेंगे. मैं ऐसे लोगों को बताना चाहती हूं कि भारत ने साम्राज्यवाद को पहले भी हराया है और फिर से हराया है. भारत में पहले भी लोकतंत्र का परचम लहराया है और फिर से लहराएगा.'
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कांग्रेस ने भी जॉर्ज सोरोस को लताड़ा
अडानी विवाद पर कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी और बीजेपी को संसद में जमकर घेरा था. सड़क पर भी कांग्रेस ने अडानी के मुद्दे को लेकर खूब प्रदर्शन किए. इसके बावजूद, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जॉर्ज सोरोस के बयान पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा है कि यह विवाद भारत में लोकतंत्र का रिवाइव करता है या नहीं, यह पूरी तरह से कांग्रेस, विपक्ष और भारत की चुनावी प्रक्रिया पर निर्भर करता है. इसका जॉर्ज सोरोस से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि जॉर्ज सोरोस जैसे लोग भारत के चुनावों के नतीजे नहीं तय कर सकते.
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