Dhani Ram Mittal: दिनदहाड़े एक हजार कारें चुराई फिर बन गया जज, कौन है ये सुपर चोर

Written By अनामिका मिश्रा | Updated: Feb 27, 2024, 12:54 PM IST

सुपर चोर धनीराम मित्तल

धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) वह चोर है जो भारत की कानून व्यवस्था और पुलिस के लिए आज भी एक पहेली की तरह है. यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि भारत के सुपर चोर धनीराम मित्तल की सच्ची कहानी है. धनीराम ने ऐसा काम किया जो चोरी के इतिहास में शायद ही किसी और चोर ने किया होगा.

हरियाणा के भिवानी शहर में रहने वाले धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) का नाम दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की पुलिस बखूबी जानती है. हरियाणा के इस शातिर चोर ने अकेले 1000 से ज्यादा वाहनों की चोरी की घटना को अंजाम दिया. 94 मामलों में गिरफ्तार हुआ और जेल भी गया. धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) लंबे समय से चोरी और धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता आया है.

यह चोर सुर्खियों में तब आया जब उसने जज बनकर अपने ही केस में फैसला सुनाया, साथ ही 40 दिनों के अंदर हजारों कैदियों की जमानत भी कराई. इसी वहज से धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) को देश और दुनिया का सबसे बड़ा चोर माना जाता है.

धनीराम (Dhani Ram Mittal) कैसे बना चोर
धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) भी एक आम युवक की तरह ही था. उसने अच्छी पढ़ाई करने और सरकारी नौकरी के लिए काफी कोशिश की. इसके बावजूद जब वह नौकरी पाने में असफल रहा तो बेहतर जिंदगी की तलाश में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा. सबसे पहले उसने फर्जी कागजातों की मदद से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए. इसके बाद फर्जीवाड़े के आधार पर धनीराम ने सबसे पहले रेलवे में स्टेशन मास्टर की नौकरी हासिल की.


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मिली जानकारी के अनुसार, धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) ने एलएलबी की पढ़ाई की थी. इसके अलावा उसने हैंडराइटिंग विशेषज्ञ और ग्राफोलॉजी की डिग्री भी हासिल की थी. इन डिग्रियों का इस्तेमाल करके वह गाड़ी चुराता था और उनके फर्जी कागजात तैयार करके उन्हें बेच देता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार धनीराम मित्तल भारत में कारों की चोरी करने वाला सबसे बड़ा चोर है. उसने 1000 से ज्यादा कार चोरी करके बेची हैं. खास बात यह है कि धनीराम मित्तल दिन में ही चोरी करता था.

चोर बन गया जज
धनीराम मित्तल (Dhani Ram Mittal) केवल कार चुराने तक सीमित नहीं रहा. उसने फर्जी कागजात तैयार किए और जज बन गया. दरअसल, धनीराम मित्तल ने फर्जी कागजात तैयार करके हरियाणा के झज्जर कोर्ट के एडिशनल सेशन जज को करीब दो महीने की छुट्टी पर भेज दिया और खुद जज की कुर्सी पर बैठ गया. 

जानकारी के अनुसार इन दो महीनों में उसने 2000 से ज्यादा अपराधियों को जमानत पर रिहा कर दिया था. इसके साथ ही कई लोगों को उसने अपने फैसले से जेल भी भिजवाया था. हालांकि, बाद में मामले का खुलासा हुआ लेकिन तब तक धनीराम वहां से फरार हो चुका था. इसके बाद जिन अपराधियों को उसने जमानत पर रिहा किया था, उन्हें फिर से जेल में डाला गया.

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