कौन हैं नए सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी? Pakistan-China के हर पैतरे से है वाकिफ

Written By सुमित तिवारी | Updated: Jun 30, 2024, 04:38 PM IST

Lieutenant General Upendra Dwivedi: जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज नए सेना प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाल ली है. उन्हें जनरल मनोज सी पांडे की जगह पदभार सौंपा गया है. आइए जानते जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बारें में.

Lieutenant General Upendra Dwivedi: जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज नए सेना प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाल ली है. उन्हें जनरल मनोज सी पांडे की जगह पदभार सौंपा गया है. आइए जानते जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बारें में. 

आज जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज नए सेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया है. इससे पहले उपेंद्र द्विवेदी उप सेना प्रमुख के रूप में देशसेवा कर रहे थे. जनरल उपेंद्र द्विवेदी को जनरल मनोज सी पांडे जगह जिम्मेदारी सौंपी गई है. केंद्र सरकार ने 11 जून को लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को नए सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त करने का एलान किया था. 
 
जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल समाप्त
वहीं जनरल मनोज पांडे को कार्यकाल के आखिरी दिन गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बता दें कि जनरल मनोज पांडे 26 महीने तक इस पद पर रहे. अपने कार्यकाल के अंतिम दिन जनरल मनोज पांडे ने वॉर मेमोरियल पर जाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.

40 बर्षों के कार्यकाल में अलग-अलग जिम्मेदारी
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई 1964 को हुआ था. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की इन्फैंट्री (जम्मू-कश्मीर राइफल्स) में कमीशन मिला था. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के 40 बर्षों के कार्यकाल में वह विभिन्न कमानों, स्टाफ, प्रशिक्षण संबंधी और विदेशी नियुक्तियों में काम किया. 

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने सेना उपप्रमुख के रूप में नियुक्ति से पूर्व 2022-24 तक महानिदेशक इन्फैंट्री और जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (मुख्यालय उत्तरी कमान) सहित अहम पदों पर कार्य किया है. 

सैनिक स्कूल रीवा से की पढ़ाई
जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपनी सैनिक स्कूल रीवा, नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज, डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू से पूरी की. 


ये भी पढ़ें-वित्त मंत्री का GST काउंसिल बैठक में अहम ऐलान, इन चीजों पर मिली छूट


टेक्नोलॉजी का है अच्छा ज्ञान
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी टेक्नोलॉजी का इस्तमाल करना बहुत अच्छे से जानते थे. उन्होंने सेना की नॉर्दर्न कमांड में तकनीक को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वह सोमालिया में रहे और सेशेल्स सरकार के सैन्य सलाहकार के रूप में काम किया.

रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में किया एम फिल
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल और सामरिक अध्ययन एवं सैन्य विज्ञान में दो स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की हैं. उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित किया गया है.

चीन और पाकिस्तान से चुनौतियों की समझ
उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान चौकीबल में एक बटालियन की कमान संभाली थी. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के पास चीन और पाकिस्तान की ओर से उत्पन्न चुनौतियों की गहरी समझ है. ऐसा इसलिए क्योकिं लेफ्टिनेंट जनरल दो साल तकत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफके रूप में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.