पूर्व भाजपा विधायक उदयभान करवरिया नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हो चुके हैं. जनवरी 2014 से आजीवन कारावास की सजा काट रहे विधायक को गुरुवार सुबह रिहा कर दिया गया है. राज्य सरकार ने अच्छे आचरण के चलते समय से पहले उनकी रिहाई का आदेश दिया. ये आदेश 19 जुलाई को जारी किया गया था. रिहाई के समय उनकी पत्नी पूर्व भाजपा विधायक नीलम करवरिया और अन्य समर्थक भी जेल के बाहर मौजूद थे.
कौन हैं उदयभान करवरिया
बता दें कि, उदयभान करवरिया इलाहाबाद लोकसभा सीट में भाजपा की सियासत का एक बड़ा चेहरा रहे हैं. वह प्रयागराज के पूर्व विधायक हैं. सालों पहले सपा विधायक की हत्या के आरोप में जेल गए उदयभान करवरिया की सजा पूरी करने के बाद वह चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं. उनकी पत्नी नीलम करवरिया भी मेजा से भाजपा विधायक रह चुकी हैं.
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नैनी सेंट्रल जेल में बंद भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की समय से पहले ही रिहाई का आदेश जारी कर दिया गया है. दरअसल, जेल में उनके अच्छे आचरण को देखते हुए सरकार ने उन्हें रिहा करने का फैसला लिया. आदेश में कहा गया है कि 30 जुलाई 2023 तक उदयभान करवरिया ने आठ वर्ष की तीन माह 22 दिन की अपरिहार सजा और आठ वर्ष नौ माह 11 दिन की सपरिहार सजा काट ली है.
हत्या के आरोप में गए थे जेल
बारा विधानसभा सीट से से दो बार विधायक रहे उदयभान करवरिया, उनके बड़े भाई कपिल मुनि करवरिया छोटे भाई सूरजभान करवरिया और रिश्तेदार रामचंद्र त्रिपाठी उर्फ कल्लू को झूंसी के पूर्व विधायक जवाहर पंडित की हत्या में इलाहाबाद की ट्रायल कोर्ट ने 4 नवंबर 2019 को दोषी पाया गया. इसके बाद उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. उदयभान करवरिया पिछले करीब 10 सालों से जेल में थे. उदयभान करवरिया ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद जनवरी 2014 में कोर्ट में सरेंडर किया था. तब से ही वह जेल में बंद थे. हालांकि अभी भी उदयभान करवरिया के बड़े भाई कपिल मुनि करवरिया और छोटे भाई सूरजभान करवरिया इसी मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं.