डीएनए हिंदी: Who Is Raja Thakur- शिवसेना पर कब्जे की लड़ाई में उद्धव ठाकरे गुट को भारतीय निर्वाचन आयोग के बाद सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है. आयोग की तरफ से शिवसेना का नाम व चिह्न महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को सौंपने के बाद दोनों तरफ से तीखी बयानबाजी हो रही है. इस बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने एक आरोप से सनसनी फैला दी है. उन्होंने अपनी हत्या की सुपारी दिए जाने का आरोप शिंदे गुट पर लगाया है. राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे के बेटे व लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे ने मुझे मारने की सुपारी ठाणे के गैंगस्टर राजा ठाकुर (Gangster Raja Thakur) को दी है. राउत ने इसके लिए मुंबई के पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा है. इसके बाद से ही लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि राजा ठाकुर कौन है, जिसने इतना बड़ा अपराध करने की सुपारी लेने की हिम्मत दिखाई है.
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तीन इलाकों में चलती है राजा के गिरोह की बादशाहत
पुलिस के मुताबिक, राजा ठाकुर उर्फ रविचंद्र ठाकुर मुंबई के बाहरी इलाकों में दबदबा रखने वाला गैंगस्टर है. उसके गिरोह की बादशाहत खासतौर पर ठाणे, कलवा और मुंब्रा इलाकों में चलती है. इन इलाकों में राजा ठाकुर के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.
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2011 में आया था सबसे ज्यादा चर्चा में
पुलिस सूत्रों का कहना है कि राजा ठाकुर का नाम ज्यादा चर्चा में साल 2011 में आया था. साल 2011 में ठाणे बेलापुर रोड पर बिटवा के पास एक अन्य गैंगस्टर दीपक पाटिल की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या का आरोप राजा ठाकुर गिरोह पर लगा था, क्योंकि राजा और दीपक के बीच घोषित तौर पर रंजिश चल रही थी. इस मामले में राजा ठाकुर को पुलिस ने मुख्य आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया था. बाद में हत्या का दोषी साबित होने पर कोर्ट ने राजा ठाकुर को उम्र कैद की सजा सुनाई थी.
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2019 में जमानत पर आया था बाहर
राजा ठाकुर सजा मिलने के बाद जेल के अंदर से ही अपना गिरोह चला रहा था. साल 2019 में उसकी अपील ऊपरी अदालत में स्वीकार होने के बाद उसे जमानत पर रिहाई मिली. इसके बाद वह फरार हो गया. पुलिस ने जमानत की शर्तें तोड़ने के आरोप में उसकी तलाश शुरू की और अक्टूबर, 2019 में उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि कुछ समय बाद उसे दोबारा जमानत पर रिहाई मिल गई थी. इसके लिए राजा ठाकुर को राजनीतिक संरक्षण मिलने की चर्चा भी रही थी. हालांकि किसी भी नेता का नाम सामने नहीं आया था.
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ऐसे जुड़ने लगा एकनाथ शिंदे से लिंक
राजा ठाकुर का लिंक एकनाथ शिंदे परिवार से जोड़े जाने का भी एक कारण है. दरअसल राजा ठाकुर ने ठाणे में कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित की थी, जिसमें एकनाथ शिंदे को बधाई देने के पोस्टर लगाए थे. इसी कारण माना जा रहा है कि उसे शिंदे गुट का संरक्षण मिला हुआ है.
शिंदे गुट बता रहा राउत के आरोपों को घटिया
हालांकि राउत के आरोपों को शिंदे गुट ने पूरी तरह खारिज कर दिया है. शिंदे गुट के नेताओं ने इसे राउत का 'घटिया हथकंडा' भी कहा. शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए, लेकिन यह मत भूलिए की राउत सहानुभूति हासिल करने को घटिया हथकंडे आजमाते रहते हैं. श्रीकांत शिंदे ऐसा काम नहीं कर सकते.
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