India and Gulf Countries Relations: खाड़ी देशों को भारत क्यों नहीं कर सकता है इग्नोर, जानें वजह

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 07, 2022, 01:45 PM IST

खाड़ी देशो्ं के साथ भारत का रिश्ता

Nupur Sharma: खाड़ी देशों के साथ भारत का रिश्ता नाजुक दौर में पहुंच चुका है. आइए जानते हैं कि आखिर भारत खाड़ी देशों को क्यों इग्नोर नहीं कर सकता है...

डीएनए हिन्दी: बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) और नवीन जिंदल के विवादित बयान को लेकर भारत का खाड़ी देशों के साथ रिश्ता नाजुक दौर में पहुंच गया है. आइए एक नजर डालते हैं खाड़ी देशों के साथ भारत के रिश्ते को...

खाड़ी देशों के साथ भारत का रिश्ता सिर्फ वाणिज्य एवं व्यापार तक नहीं है. यह रिश्ता उससे आगे का है. खाड़ी देश भारत के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी जुड़े हैं. हाल के दशकों में यह रिश्ता और मजबूत हुआ है. लाखों की संख्या में भारतीय खाड़ी देशों में रह रहे हैं. वहां नौकरी या फिर व्यवसाय कर रहे हैं. ये भारतीय बड़ी मात्रा में वहां से पैसा भेजते हैं. 

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इन देशों के साथ भारत का रिश्ता समय के साथ और मजबूत होता जा रहा है. पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स यानी डीजल-पेट्रोल-गैस की जरूरत के लिए भारत इन देशों पर निर्भर है. सिर्फ संयुक्त अरब अमीरात में करीब 89 लाख भारतीय नागरिक रहते हैं. 

खाड़ी देशों में बड़े रिटेल कारोबार पर भारतीय का कब्जा है. बड़ी संख्या में रेस्तरां भी भारतीय नागरिकों के हैं. खाड़ी देशों के नागरिकों द्वारा भारतीयों के प्रोडक्ट्स के बहिष्कार की घोषणा से इनके कारोबार पर बड़ा असर पड़ सकता है. 

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भारत जिन देशों के साथ कारोबार करता है उसमें से तीसरा सबसे बड़ा देश संयुक्त अरब अमीरात है. वहीं एक्सपोर्ट के मामले में यह दूसरा सबसे बड़ा देश है. खाड़ी के देशों का भारत पर भरोसा भी अन्य एशियाई देशों की तुलना में ज्यादा है.

संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2021-22 में 72.90 बिलियन डॉलर से ज्यादा का रहा है. इसमें एक्सपोर्ट का हिस्सा 28.4 बिलियन का रहा है.

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हाल ही के दिनों में भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ नए आर्थिक साझेदारी किए हैं. जिसके तहत 2026 तक द्विपक्षीय कारोबार को 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है.

अनाज और खाने-पीने की चीजों के लिए खाड़ी देश पूरी तरह से भारत पर निर्भर हैं. ये देश करीब 93 फीसदी अनाज भारत से आयात करते हैं. चावल, मीट, मसाला, फल, सब्जी और चीनी ये सभी प्रोडक्ट्स ये भारत से आयात करते हैं. वहीं भारत में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की जो खपत है उसका 60 फीसदी हिस्सा खाड़ी देशों से आता है.

इसकी जानकारी भारत के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने मार्च में संसद में दी थी. उन्होंने कहा था कि भारत में प्रतिदिन 5 मिलियन बैरल तेल की खपत है. जिसका 60 फीसदी हिस्सा खाड़ी देशों से आता है.

खाड़ी देशों से भारत में सबसे ज्यादा पैसा केरल में आता है. वहीं हाल के दिनों में दिल्ली में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यूपी बिहार भी इस मामले में किसी से पीछे नहीं हैं. उनके पैसे में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 

गौरतलब है कि बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा (Nupur Sharma Controversy) और नवीन जिंदल के बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है. इन दोनों ने पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर विवादित बयान दिया था. जिसके बाद खाड़ी देशों के विरोध को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इन दोनों को सस्पेंड कर दिया है.

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