डीएनए हिंदी: भारत सरकार ने इस्लामी संगठन पीएफआई (Popular Front of India) पर प्रतिबंध लगा दिया है. PFI को अगले 5 सालों के लिए बैन लगा दिया गया है. PFI के अलावा भारत सरकार ने उससे जुड़े 8 अन्य मुस्लिम संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया है. हाल ही में देशभर में केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा पीएफआई के खिलाफ की गई छापेमारी में बहुत सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं जिस वजह से भारत सरकार ने इस संगठन पर अगले 5 सालों के लिए बैन लगा दिया है. आइए आपको आसान शब्दों में वो 10 वजहें जिस कारण PFI पर बैन लगाया गया.
पढ़ें- PFI Banned: क्या है PFI? नरेंद्र मोदी सरकार ने इस वजह से लगाया बैन
PFI से जुड़े ये संगठन भी हुए बैन
पढ़ें- आलाकमान के दांव से बैकफुट पर Ashok Gehlot, पुराने साथी भी उठाने लगे बगावत पर सवाल
कांग्रेस सांसद बोला- RSS को भी बैन करो
PFI पर बैन के बाद कांग्रेस के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि हम आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं. PFI प्रतिबंध कोई उपाय नहीं है, RSS भी पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता फैला रहा है. RSS और PFI दोनों समान हैं, इसलिए सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. सिर्फ पीएफआई ही क्यों?
पढ़ें- PFI Banned: क्या है PFI? नरेंद्र मोदी सरकार ने इस वजह से लगाया बैन
भाजपा ने किया स्वागत
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पैठक ने भारत सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि देश गृह मंत्री अमित शाह के फैसले की सराहना कर रहा है, हम उनका शुक्रिया अदा करते हैं... फैसले का स्वागत करते हैं. इसका विरोध करने वालों को भारत इसे स्वीकार नहीं करेगा और जवाब देगा. दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि ये नरेंद्र मोदी का भारत है , यहां सपोलो को दूध नहीं पिलाया जाता बल्कि सांपों के फन को कुचला जाता है. भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का सपना देखने वाले PFI के विषैले सपोलों पर बैन लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत् अमित शाह का आभार.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.