डीएनए हिंदी: हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को हुए बवाल के बाद राज्य के कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है. इसके अलावा इंटरनेट सेवाओं और स्कूल-कॉलेज को भी बंद कर दिया गया है. अभी तक इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है और 15 लोग घायल हो गए हैं. नूंह के बाद सोहना में भी हिंसा फैलने के बाद पूरा प्रदेश अलर्ट पर है. दिल्ली में भी पुलिस की छुट्टियां कैंसल कर दी गई हैं. हरियाणा में स्थिति संभालने के लिए केंद्रीय बलों की 15 कंपनियां भेजी गई हैं. आरोप है कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने के दौरान भीड़ ने इस यात्रा पर पत्थरबाजी की. कहा जा रहा है कि इस यात्रा में दो मुस्लिम युवकों की हत्या में वॉन्टेड मोनू मानेसर भी शामिल हुआ था और इसी को लेकर बवाल शुरू हुआ.
हिंसक घटनाओं में एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिन्हें गुरुग्राम के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. कई गाड़ियों में आग लगाई गई है. पुलिस का कहना है कि नूंह में अब हालात काबू में हैं और दोषियों की पहचान की जा रही है. हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा है कि एक मंदिर से पुलिस ने 2500 लोगों को निकाला है जिन्होंने हिंसा के दौरान मंदिर में शरण ले ली थी. राज्य के कई जिलों में स्कूल, कॉलेज, दफ्तर और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें- हिंसा की आग में जल रहा हरियाणा, 2 होम गार्ड की मौत, स्कूल-कॉलेज बंद
कई जगहों पर आगजनी और पथराव
नूंह में हिंसा की खबर फैलते ही, निकटवर्ती गुरुग्राम जिले के सोहना में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ ने चार वाहनों और एक दुकान को आग लगा दी. प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क पर घंटों तक आवागमन को बाधित रखा. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला. इनमें श्रद्धालु और वे लोग शामिल थे जिन्होंने दोनों पक्षों के बीच झड़प के दौरान वहां शरण ली थी. नूंह और गुरुग्राम जिलों में निषेधाज्ञा लागू करके लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. नूंह और फरीदाबाद में बुधवार तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं.
एहतियात के तौर पर गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और पलवल जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार को बंद करने का आदेश दिया गया. अनिल विज ने कहा कि एक व्यक्ति को नूंह के अस्पताल में मृत लाया गया जबकि 16 अन्य का उपचार किया जा रहा है. गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने कहा कि उनके जिले से होमगार्ड के दो जवान नूंह से सटे इलाके में हुई हिंसा में मारे गए. अधिकारी ने बताया कि नूंह हिंसा में करीब 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि होमगार्ड के जवान नीरज की गोली लगने से मौत हो गई. हिंसा में मारे गए होमगार्ड के दूसरे जवान की पहचान गुरसेवक के रूप में हुई. अधिकारी ने बताया कि आठ घायल पुलिसकर्मियों को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने बताया कि घायलों में होडल के पुलिस उपाधीक्षक सज्जन सिंह के सिर में और एक निरीक्षक के पेट में गोली लगी है.
यह भी पढ़ें:- Breaking: महाराष्ट्र में बड़ा हादसा, गर्डर लॉन्चिंग मशीन गिरने से 14 लोगों की मौत
हरियाणा ने मंगाई रैपिड ऐक्शन फोर्स
इस बीच, हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए केंद्र से एक सप्ताह के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मांगी हैं. केंद्रीय गृह सचिव को लिखे एक पत्र में, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद ने 31 जुलाई से एक सप्ताह के लिए "तत्काल" आरएएफ की 20 कंपनियों की मांग की. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने "हरियाणा एक हरियाणवी एक" का नारा देते हुए नूंह में शांति की अपील की. इससे पहले, पुलिस ने कहा कि जलाए गए वाहन जुलूस का हिस्सा रहे लोगों और पुलिस के थे. एक वीडियो क्लिप में कम से कम चार कारों को जलते हुए देखा जा सकता है. एक अन्य कथित वीडियो में पुलिस की दो क्षतिग्रस्त कारें दिखाई दे रही हैं. क्लिप में गोलियों की आवाज भी सुनी जा सकती है.
पुलिस के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद की 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे. खबरों के मुताबिक, जुलूस में शामिल लोगों ने पलटवार करते हुए उन्हें रोकने वाले युवकों पर पथराव किया. जलाभिषेक यात्रा को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने गुरुग्राम के सिविल लाइंस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. जुलूस के साथ पुलिस की एक टुकड़ी भी तैनात गई थी. कुछ दावों के मुताबिक, बल्लभगढ़ में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक आपत्तिजनक वीडियो झड़प की वजह बना. ऐसी भी खबरें थीं कि राजस्थान में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या में वांछित गोरक्षक मोनू मानेसर को जुलूस में शामिल होना था.
यह भी पढ़ें- 'FIR में 14 दिन क्यों लगे, कितने हुए गिरफ्तार', मणिपुर पर SC ने पूछे ये सवाल
मोनू मानेसर ने बताया कि उसने वीएचपी की सलाह पर जुलूस में भाग नहीं लिया क्योंकि उन्हें डर था कि उसकी उपस्थिति से तनाव पैदा हो सकता है. ट्विटर पर कथित तौर पर उसे नूंह आने की चुनौती देने की धमकियां भी दी गईं. गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि वह वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं. अनिल विज ने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता स्थिति को नियंत्रण में लाना है. हम सभी से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं.'
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.