डीएनए हिंदी: आज विश्व डाक दिवस (World Post Day) है. हर साल आज ही के दिन दुनिया भर में डाक सेवा के महत्व और जागरुकता के लिए कई कार्यक्रम किए जाते हैं. इनमें नई डाक टिकट शुरू करना, नई डाक सेवाएं शुरू करना भी शामिल होता है. भारत में इस बार इस खास दिन पर एक खास शुरुआत की जा रही है. जम्मू-कश्मीर डाक विभाग आज विश्व डाक दिवस के मौके पर अपनी तरह की एक अनोखी डाक सेवा शुरू करने वाला है. यह डाक सेवा शुरू की गई है डल झील में स्थित हाउसबोट में रहने और ठहरने वाले लोगों के लिए. जानते हैं क्या है ये डाक सेवा और कैसे होगा इससे फायदा-
क्या है शिकारा डाक सेवा?
डल झील में रहने वाले लोग जिस नाव का इस्तेमाल करते हैं उसे शिकारा कहा जाता है. अब शुरू होने जा रही शिकारा डाक सेवा के जरिए डाकिया डल झील में रहने वाले लोगों और यहां रुकने वाले सैलानियों को कोई सामान बाहर भेजने या मंगाने में परेशानी नहीं होगी. ये काम खुद डाकिया करेंगे. डाकिया शिकारा चलाते हुए डाक और पार्सल लेकर आएंगे.
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विदेशी पर्यटक भेजते हैं आज भी भेजते हैं पोस्ट कार्ड
कश्मीर हर साल काफी संख्या में विदेशी सैलानी आते हैं. बताया जाता है कि कश्मीर आने वाले विदेशी पर्यटक आज भी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को पोस्ट कार्ड भेजते हैं. उनके लिए यह सेवा खास तौर से काफी फायदेमंद रहेंगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल डाकघर की तरफ से एक फोन नंबर जारी किया जाएगा. इस नंबर पर कॉल करके पार्सल की जानकारी दी जा सकती है. इसके बाद डाकिया उसे लेने पहुंचेगा. इस सेवा का फायदा डल लेक के दुकानदारों और व्यवसायी भी ले सकेंगे. अब उन्हें सामान भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस नहीं जाना होगा. अब सीधे डाकिया उन तक पहुंचेगा.
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अभी सिर्फ एक शिकारे से होगी शुरुआत
बताया जा रहा है कि इस डाक सेवा की शुरुआत में सिर्फ एक ही शिकारा इस्तेमाल होगा. अगर इसे लेकर अच्छी प्रतिक्रिया आती है और लोगों को इसे बढ़ाने की जरूरत लगती है तो इसमें और शिकारे व डाकिये भी जोड़े जाएंगे. बता दें कि डल लेक में पहले से ही एक फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस बना है. ये पोस्ट ऑफिस 200 साल पुराना है.
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