डीएनए हिंदी: एक महीने से ज्यादा समय से धरने पर बैठे पहलवान आज आर या पार के मूड में हैं. पहलवानों ने ऐलान किया है कि रविवार को नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत की जाएगी. दिल्ली पुलिस की ओर से इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई है. वहीं, पहलवानों का कहना है जान रहे या न रहे लेकिन महिला महापंचायत जरूर होगी. दूसरी तरफ, पहलवानों के समर्थन में दिल्ली कूच करने से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि राज्य पुलिस उन्हें परेशान न करे क्योंकि वह तो दिल्ली जाकर ही मानेंगे.
पहलवानों के समर्थन में तमाम खाप पंचायतों से जुड़े लोग भी हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से आने वाले हैं. यही कारण है कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई है इसलिए हर हाल में पहलवानों और उनके समर्थन में आ रहे लोगों को रोका जाएगा.
यह भी पढ़ें- Live: दिल्ली में होगा नई संसद का उद्घाटन, पहलवान करेंगे प्रदर्शन, हर हलचल के अपडेट यहां पढ़ें
'समझौते का दबाव बना रही है सरकार'
महिला महापंचायत से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, 'सरकार समझौते का दबाव बना रही है. हम समझौते के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि सरकार बदमाशों को गिरफ्तार नहीं करना चाहती है. हमें नहीं पता कल कैसा होगा. जिंदा होंगे या नहीं लेकिन महिला महापंचायत तो होकर रहेगी. हमारे समर्थन में आ रहे लोगों को रोका जा रहे है जैसे बृजभूषण कोई देवता हो.'
यह भी पढ़ें- कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार का ऐलान, जारी रहेगी बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की पत्नी की नौकरी
दिल्ली के जंतर-मंतर पर जहां पहलवानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है वहां भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहीं डीसीपी ईस्ट दिल्ली अमृता गुगलोत का कहना है, 'दिल्ली पुलिस ऐसी स्थितियों के लिए तैयार है. हमारे पास पर्याप्त फोर्स है. पिछली बार भी प्रदर्शन के चलते महीनों तक बॉर्डर बंद था हम पूरी तरह से तैयार हैं कि इस बार वैसी स्थितियां न बनने पाएं. हम प्रदर्शनकारियों को मनाएंगे कि वे लौट जाएं.'
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.