डीएनए हिंदी: दिल्ली में बाढ़ का खतरा! ये बात सुनकर ही यकीन नहीं होता. अभी तक जहां दिल्लीवासी अच्छी बारिश को ही तरस रहे थे, वहीं अब दिल्ली में यमुना का बढ़ता जल स्तर भी खतरा बन गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. आज सुबह 7 बजे पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 205.99 मीटर पर पहुंच गया है. आज शाम तक नदी का जलस्तर 206 मीटर तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में बाढ़ के खतरे को लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.
ग्रेटर नोएडा में भी खतरा
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में भी यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. ग्रेटर नोएडा से सटे गांव मोमनाथल में भी जल स्तर बहुत बढ़ गया है और खेतों में भी यमुना का पानी पहुंच रहा है जिससे फसलें बरबाद हो रही हैं, जिसके बाद यमुना खादर में रह रहे लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है, दिल्ली में अलर्ट घोषित होने के बाद लोगो का पलायन शुरू कर दिया गया है.
LG ने जारी की चेतावनी
इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने लोगों से नदी में न उतरने और सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन जरुरी कदम उठा रहा है. दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक शुक्रवार शाम चार बजे यमुना नदी का जलस्तर 205.38 मीटर तक जा पहुंचा था.
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क्या है यमुना के जलस्तर में खतरे का निशान
बता दें कि दिल्ली में यमुना के जलस्तर पर खतरे का निशान 205.33 मीटर है. इससे ज्यादा बढ़ने पर शहर में बाढ़ का खतरा पैदा हो जाता है. ऐसे में बाढ़ की चेतावनी घोषित कर दी जाती है.इस दौरान बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निकाला जाता है. निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 34 नावों को भी पहले ही तैनात कर दिया है.
क्या हैं दिल्ली के बाढ़ संभावित इलाके
दिल्ली में नौ बाढ़ संभावित इलाके हैं. इनमें सीलमपुर की किसान बस्ती, सोनिया विहार में MCD टोल, पुराना लोहे का पुल, ISBT की किसान बस्ती, अन्नपूर्णा मंदिर, उस्मानपुर पुस्ता, बदरपुर खादर गांव, सबपुर बस टर्मिनल और गढ़ी मांडू गांव के इलाके शामिल हैं.
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कैसे पैदा हुआ बाढ़ का खतरा
बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने गुरुवार को दोपहर तीन बजे हरियाणा (Haryana) के यमुनानगर (Yamunanagar) जिले के हथिनीकुंड (Hathinikund) बैराज से करीब 2.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना दी थी. इसके बाद गुरुवार आधी रात 12 बजे भी करीब 1.55 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना दी गई. हथिनीकुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी जाती है.
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