Delhi Yamuna Flood: दिल्ली में टूटा 45 साल का रिकॉर्ड, बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा, धारा 144 लागू, स्कूल बंद

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 13, 2023, 12:20 AM IST

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Delhi Yamuna Flood: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बुधवार शाम 207.81 मीटर रिकॉर्ड किया गया. इसके बाद बाढ़ वाले इलाकों में धारा 144 लगा दी गई.

डीएनए हिंदी: उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है. दिल्ली की यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राजधानी में बुधवार को यमुना का जलस्तर (Yamuna Water Level) रिकॉर्ड 207.81 मीटर पार गया, जो 1978 के बाद सबसे अधिक है. उस दौरान नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंच गया था. यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सचिवालय में इमरजेंसी मीटिंग की. बैठक के बाद केजरीवाल ने यमुना के पास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द घर खाली करने की अपील की.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने उन्हें सूचित किया है कि हिमाचल प्रदेश से हरियाणा को छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा कम हो गई है, जिसका असर यमुना के जल स्तर पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि नदी का जलस्तर कम होने में कुछ समय लगेगा. ऐसे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से मेरी गुजारिश है कि पानी और बढ़ने का इंतजार न करें. वो जितनी जल्दी हो सके घर खाली कर दें.'

13 जुलाई को इन जगहों पर बंद रहेंगे स्कूल
नगर निकाय ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति के चलते निचले इलाकों में स्कूल 13 जुलाई को बंद रहेंगे. शिक्षा विभाग ने कहा कि सिविल लाइंस जोन के निचले इलाकों में 10 स्कूल, शाहदरा (साउथ) जोन में 6 स्कूल और शहादरा (नॉर्थ) जोन में एक स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है. प्रशासन ने कहा कि 13 जुलाई को ऑनलाइन क्लास आयोजित की जाएंगी.

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यमुना के जलस्तर ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड
दिल्ली में बुधवार को शाम चार बजे यमुना नदी का जलस्तर 207.81 मीटर पर पहुंच गया. इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचने का रिकॉर्ड था. केजरीवाल ने इसके मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा और अनुरोध किया कि अगर संभव हो तो हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से पानी सीमित गति में छोड़ा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले दिल्ली में बाढ़ की खबर से दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जायेगा. उन्होंने बैठक के बाद कहा, ‘मेरे पत्र के बाद मुझे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का फोन आया, जिन्होंने कहा कि हथिनीकुंड सिर्फ एक बैराज है और इसमें पानी संचय करने और पानी की गति को सीमित करने के लिए कोई जलाशय नहीं है. हिमाचल प्रदेश से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा कम हो गई है और स्थिति में सुधार होगा. लेकिन इसका असर यमुना के जलस्तर पर दिखने में समय लगेगा.’ 

दिल्ली के इन इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
केजरीवाल ने कहा कि फिलहाल ध्यान लोगों की जान बचाने पर है. उन्होंने निचले इलाके में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यह भी देख रहे हैं कि कुछ लोग उफनती नदी को देखने जा रहे हैं. कृपया सेल्फी लेने के लिए वहां न जाएं. बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा कॉलोनी, मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच का हिस्सा जलमग्न हो गया है. केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को सूचित किया है कि उसकी मदद मांगी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को जरूरत पड़ने पर स्कूलों को राहत शिविरों में बदलने का भी निर्देश दिया गया है.

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