कहां-कहां थी अकबर की शाही टकसाल, जहां से आता था खजाना

मुगल बादशाह अकबर ने भारत की कई रियासतों में अपनी टकसालों का निर्माण करवाया था. इन टकसालों में सोने-चांदी के सिक्कों की ढलाई का काम किया जाता था. इनमे से कुछ प्रमुख टकसालों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

मुगल बादशाह अकबर ने सन् 1571 में एक खास शाही टकसाल का निर्माण कराया था, लेकिन अकबर के शासन काल में केवल एक टकसाल नहीं थी बल्कि उसने कई रियासतों में टकसाल का निर्माण करवाया था. इन टकसालों में सोने और चांदी के सिक्कों की ढलाई की जाती थी. आइए आज जातने अकबर की कुछ टकसालों के बारे में. 

फतेहपुर सीकरी

मुगल बादशाह अकबर ने सन् 1571 में आगरा से करीब 40 किमी. दूर फतेहपुर सीकरी में अपनी राजधानी बनाई थी. बताया जाता है कि टकसाल के ठीक सामने शाही खजाने को संग्रह भी किया जाता था.
 

आगरा

मुगल बादशाह अकबर की टकसाल आगरा में भी बनी हुई थी. इसमें बहुमूल्य धातुओं सोने, चांदी के साथ तांबे के सिक्कों की ढलाई होती थी.

दिल्ली की टकसाल

अकबर की एक शाही टकसाल दिल्ली में भी मौजूद थी. अकबर के शासनकाल के दौरान  इस टकसाल का मालिक ख्वाजा अब्दुस समद था.

लाहौर टकसाल

अकबर ने लाहौर को अपनी राजधानी बनाने के बाद, यहां टकसाल बनवाई थी. यहां बनने वाले चांदी के सिक्के का वजन करीब 11 ग्राग होता है. 

अहमदाबाद की शाही टकसाल

अहमदाबाद में भी अकबर की शाही टकसाल मौजूद है. इस टकसाल की वास्तुकला बहुत अद्भुत है. आज भी इस टकसाल के देखने के लिए लोग जाते हैं.