Assam Floods: भीषण बाढ़ से बेहाल असम, 108 की मौत, तस्वीरों में देखें तबाही का मंजर

असम के ज्यादातर बाढ़ प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां अपनी सहायक नदियों के साथ उफान पर हैं. असम के कुल 32 जिले जलमग्न हो गए हैं.

असम (Assam) में लागतार बारिश और बाढ़ की वजह से स्थिति भयावह होती जा रही है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने गुरुवार को इलाके में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए सिलचर का दौरा किया. राज्य का पूरा बराक घाटी क्षेत्र खासकर सिलचर शहर सोमवार से जलमग्न हो गया है. 

असम में बाढ़ की वजह से 108 लोगों ने गंवाई जान

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. गुरुवार को आई आपदा में 7 और लोगों की मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या 108 पर पहुंच गई है. (तस्वीर: आईएएनएस)

बाढ़ से प्रभावित हैं 30 लाख से ज्यादा लोग

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के मुताबिक बाढ़ की वजह से करीब 45 लाख लोग प्रभावित हैं. कई शहरों में बिजली आपूर्ति ठप है. कुछ इलाकों में बिजली की सप्लाई फिर से शुरू की गई है. असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एपीडीसीएल) के इंजीनियर गुवाहाटी से सिलचर पहुंच रहे हैं. (फोटो-PTI)
 

कितने जिले हैं बाढ़ से प्रभावित?

बराक घाटी के तीन जिले बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं. कछार, हैलाकांडी और करीमगंज. बराक और कुशियारा नदियों के बढ़ते पानी से लोग बुरी तरह से प्रभावित हैं. सिलचर शहर एक तटबंध के टूटने की वजह से शहर में पानी भर गया है. बाढ़ की वजह से सबसे बुरी तरह प्रभावित जिला बारपेटा है. यहां बाढ़ की वजह से करीब 10,32,561 लोग प्रभावित हैं. कामरूप (4,29,166), नगांव (5,03,308) और धुबरी (3,99,945) जैसे जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं. (तस्वीर: आईएएनएस)
 

राहत शिविरों में लाखों लोग, हर जगह दिख रहा तबाही का मंजर

लगातार बारिश की वजह से आई विनाशकारी बाढ़ ने 103 राजस्व मंडलों और 4,536 गांवों को प्रभावित किया है. 2,84,875 लोगों ने 759 राहत शिविरों में शरण ली है. बाढ़ की वजह से 173 सड़कें और 20 पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बक्सा और दरांग जिलों में दो तटबंध टूट गए हैं और तीन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बाढ़ की इस दूसरी लहर में 100869.7 हेक्टेयर कृषि योग्य जमीनें प्रभावित हुई हैं वहीं सैकड़ों जानवर भी विस्थापित हो गए हैं. (तस्वीर: आईएएनएस)
 

लोगों तक पहुंचाई जा रही है राहत सामग्री

कछार के जिला प्रशासन ने गुरुवार सुबह भारतीय वायु सेना के समर्थन से सिलचर के इलाकों में हवाई बूंदों का परीक्षण किया.हेलीकॉप्टरों ने शहर भर में समतल छतों पर भोजन, पानी की बोतलों और अन्य जरूरी राहत सामग्री को हवा में गिराया जा रहा है. खुद सीएम हिमंत बिस्व सरमा हालात पर नजर रखे हुए हैं.