Birthday Special: Nitish Kumar के इन दस बड़े फैसलों ने बना दिया उन्हें 'सुशासन बाबू'

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आज अपना जन्‍मदिन मना रहे हैं.

सन 1951 में जन्मे सीएम नीतीश बिहार में सबसे अधिक दिनों तक मुख्‍यमंत्री बने रहने का रिकार्ड बना चुके हैं. इसके अलावा उन्‍होंने बिहार में सबसे अधिक बार मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने का भी रिकार्ड बनाया है. उनकी ही पार्टी के नेता जीतन राम मांझी के कार्यकाल को अगर छोड़ दें तो नीतीश कुमार लगभग 16 वर्षों से बिहार के मुख्‍यमंत्री हैं. आइए जानते हैं इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने कौन से दस बड़े फैसले लिए हैं-

स्पीड ट्रायल

नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की गद्दी संभालने से पहले बिहार राज्य में अपराध अपने चरम पर था. वहीं सत्ता में आने के बाद सीएम ने राज्य में बढ़ रहे अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए स्पीड ट्रायल की शुरुआत की. उनकी इस पहल से ना केवल अपराधिक मामलों में कमी देखी गई बल्कि लोगों में भी एक अलग साहस देखने को मिला.
 

साइकिल और पोशाक योजना की शुरुआत

बतौर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्कूल जाने वाली लड़कियों के लिए साइकिल और पोशाक योजना की शुरुआत की थी. उनकी यह योजना बड़ी संख्या में लड़कियों के स्कूल जाने की वजह बनी और इससे लड़कियों के साक्षरता दर में भी जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई.
 

पुलिस भर्ती में दिया आरक्षण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के रोजगार के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसके लिए उन्होने महिला पुलिस सिपाही भर्ती में 33 प्रतिशत आरक्षण का फैसला किया जिसके बाद महिलाओं को रोजगार भी मिला और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा. 
 

महिलाओं को आरक्षण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में महिलाओं के उत्थान के लिए भी कई फैसले लिए गए. नीतीश सरकार ने पंचायती राज में महिलाओं को आरक्षण दिया था जिसके चलते महिलाओं के आत्म विश्वास में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली थी.
 

सामाजिक फैसले

सीएम नीतीश ने सामाजिक कार्यों को लेकर भी कई अहम फैसले लिए हैं. उन्होंने बाल विवाह और दहेज प्रथा पर रोक लगाकर बुजुर्ग मां-बाप की सेवा करना अनिवार्य किया जिसके चलते बिहार में एक अलग बदलाव देखने को मिला है.
 

शराबबंदी

राज्य में शराबबंदी के इस फैसले को लेकर आज भी चर्चा होती है. सीएम का यह फैसला ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों के लिए एक वरदान बनकर सामने आया था. 

सात निश्चय

हर घर जल नल योजना को चला कर नीतीश कुमार ने गांव की सूरत बदल दी. उनकी इस योजना की भी काफी ज्यादा तारीफ होती है. 

जल-जीवन और हरियाली

पर्यावरण को बचाने के लिए नीतीश कुमार ने जल-जीवन और हरियाली योजना शुरू की थी. उनके इस फैसले की सराहना देश और दुनिया में हुई है. 

सवर्ण आयोग का गठन

मुख्यमंत्री नीतीश ने देश में पहली बार सवर्ण आयोग का गठन किया. इसके अलावा महादलित समुदाय के किसी शख्स से 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने के फैसल ने भी नीतीश कुमार को लोकप्रियता दिलाई. 

कृषि रोडमैप

बिहार कृषि रोडमैप लाने वाला देश का पहला राज्य है. इस वजह से भी राज्य में कृषि के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है.