Congress Chintan Shivir: कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा करेंगे राहुल गांधी, किस प्लान पर काम कर रही कांग्रेस?

कांग्रेस चिंतन शिविर के जरिए सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है. पार्टी नए सिरे से संगठन मजबूत करने की रणनीति बना रही है.

राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में कांग्रेस का चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) चल रहा है. कांग्रेस एक बार फिर से जमीन पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिशों में जुट गई है. कांग्रेस की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से गिर रहा है. हाल ही में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. लगातार बढ़ रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) की सियासी पकड़ के बीच कांग्रेस नई रणनीति तैयार कर रही है.

क्या है कांग्रेस का खास प्लान?

कांग्रेस ने 2024 के आम चुनाव के लिए खास प्लान बनाया है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अगले एक साल में कश्मीर (Kashmir) से कन्याकुमारी (Kanyakumari) तक यात्रा करेंगे.

पदयात्रा से बदलेगी कांग्रेस की किस्मत?

राहुल गांधी की इस यात्रा का ज्यादातर हिस्सा पदयात्रा का होगा. यह यात्रा कार्यकर्ताओं और आम जनता से सीधे जुड़ने के लिए और 2024 लोक सभा चुनाव की तैयारियों के लिए होगी.
 

क्या है G23 के नेताओं की सलाह?

जी-23 के नेता कांग्रेस के लिए थिंक टैंक की तरह हैं. G23 नेताओं ने कांग्रेस पार्टी पार्लियामेंट बोर्ड बनाने की मांग की है. उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर का आज  तीसरा और आखिरी दिन है. इस चिंतन शिविर में सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कई बड़े नेता शिरकत कर रहे हैं.
 

संगठन की वापसी पर जोर दे रही कांग्रेस

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के चिंतन शिविर के दूसरे दिन शनिवार को पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों, प्रदेश इकाई के अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी. बैठक में सिर्फ इस बात पर जो रहा कि कैसे कांग्रेस की दोबारा सत्ता में वापसी होगी. एक आम राय बन रही है कि कांग्रेस को संगठन की वापसी पर जोर देना होगा.

कौन-कौन नेता बैठक में हैं शामिल?

कांग्रेस की इस बैठक में पूर्व क्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कई अन्य नेता मौजूद हैं.
 

सोनिया गांधी ने नेताओं को क्या दी है नसीहत?

चिंतन शिविर के पहले दिन शुक्रवार को सोनिया गांधी ने कांग्रेस में आमूलचूल बदलाव की पैरवी की थी. उन्होंने कहा था कि असाधारण स्थितियों का सामना असाधारण तीरीके से किया जाता है. कांग्रेस को एक बार बड़े बदलाव से गुजरना होगा. (PTI इनपुट के साथ)