Covid-19 Update: बीते 24 घंटे में 1,59, 632 नए मामले दर्ज, महाराष्ट्र में Omicron केस 1000 के पार

तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों ने देश भर में चिंता बढ़ा दी है. इसे लेकर आने वाले दिनों में अहम फैसले लिए जा सकते हैं.

डीएनए हिंदी: भारत में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जानकार इसे कोरोना की तीसरी लहर का भी नाम दे चुके हैं. आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,59, 632 नए मामले दर्ज किए गए हैं.

दिल्ली-एनसीआर गिरफ्त में


इससे एक दिन पहले सामने आए आंकड़ों के मुताबिक 2,568 केस सामने आए थे और 20 लोगों की मौत हुई थी. ऐसे में संक्रमण और मौत दोनों के बढ़ते आंकड़े चिंता बढ़ा रहे हैं. इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में फिर एक बार कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं. 

सही समय पर करा लें टेस्ट

कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए सबसे सटीक तरीका RT-PCR टेस्ट है. इसलिए जब भी आपके अंदर ये लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द अपनी जांच कराएं. जिन लोगों में सर्दी के लक्षण दिखते हैं, उन्हें कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है, ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके. इसके साथ ही यह भी सलाह दी जाती है कि जब तक टेस्ट रिपोर्ट ना आ जाए और यह कंफर्म ना हो जाए कि आप कोरोना संक्रमित नहीं हैं, तब तक घर पर ही रहें.

संसद भवन के भी 400 लोग कोरोना संक्रमित



कोरोना का संक्रमण अब संसद भवन तक पहुंच गया है. 6-7 जनवरी को संसद में काम करने वाले कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी इत्यादि सभी स्टाफ का कोविड टेस्ट हुआ था. इसमें 400 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. 

तेजी से बढ़ेगा संक्रमण का ग्राफ


कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉ. एनके अरोड़ा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. इसके नए वेरिएंट का प्रसार तेजी से हो रहा है. मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में इस वक्त 75 फीसदी मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़े हुए हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ने वाला है.  

हर दिन 10 लाख मामलों की आशंका

 हाल ही में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) और इंडियन स्टेटिकल इंस्टीट्यूट (ISI) बेंगलुरु की संयुक्त स्टडी में भी तीसरी लहर की आशंका जाहिर की गई है. इस स्टडी के मुताबिक देश में जनवरी के अंतिम सप्ताह से फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक (Peak) पर हो सकती है. तीसरी लहर के दौरान हर दिन औसतन 10 लाख केस सामने आ सकते हैं.