Covid-19 मामलों में बड़ी गिरावट, 24 घंटे में 58,077 नए केस, 657 मरीजों की मौत

बीते 24 घंटे में कोविड-19 से संक्रमित 92,987 मरीज ठीक हो गए हैं. कोविड मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है.

देश में कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है. बीते 24 घंटे के दौरान कुल 58,077 नए केस सामने आए हैं. बीते 5 दिनों से हर दिन आने वाले कोविड केस 1 लाख से कम बने हुए हैं. देश में कोविड के एक्टिव केस की संख्या 6,97,802 है.

अब तक देश में Covid-19 से कितने लोगों की हो चुकी है मौत?

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 से 657 और लोगों की मौत हो गई है. कोविड की तीनों लहरों में अब तक कुल 5,07,177 लोग जान गंवा चुके हैं.
 

कितने मरीजों का चल रहा है इलाज?

देश में अभी 6,97,802 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. यह संक्रमण के कुल मामलों का 1.64 प्रतिशत है. 24 घंटे में कोविड-19 से कुल 92,987 मरीज ठीक हो गए हैं. देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.17 प्रतिशत है.

कितनी है डेली पॉजिटिविटी रेट?

आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की डेली पॉजिटिविटी रेट 3.89 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 5.76 प्रतिशत दर्ज की गई है. देश में अब तक कुल 4,25,36,137 लोग कोविड संक्रमित हो चुके हैं. कोविड-19 से होने वाली मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.

कितने लोगों को लगी है वैक्सीन?

मिशन वैक्सीनेशन के तहत अभी तक एंटी कोविड वैक्सीन की 171.79 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी.
 

राज्यवार क्या कहते हैं Covid से होने वाली मौत के आंकड़े?

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 657 मामले सामने आए. इनमें से केरल में 341 और महाराष्ट्र में 45 मामले सामने आए. देश में अब तक संक्रमण से कुल 5,07,177 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,43,292, केरल के 61,134, कर्नाटक के 39,534, तमिलनाडु के 37,862, दिल्ली के 26,035, उत्तर प्रदेश के 23,372 और पश्चिम बंगाल के 20,938 मरीज थे.

कोविड के अलावा दूसरी बीमारियों से ग्रसित थे मरीज!

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.