Covid बन चुका है हमारे जीवन का हिस्सा, अब हटा लें मास्क!
कोरोना महामारी का असर दुनिया भर में थमता दिख रहा है और कई देशों ने मास्क अनिवार्यता भी हटा दी है. भारत में भी कुछ लोग इसकी मांग कर रहे हैं.
कोराना के मामले कम होने के बाद देश के कई राज्यों ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है. कोरोना के मामले कम होने के बाद तेलंगाना, असम और हरियाणा ने मास्क को छोड़कर पूरी तरह से अपने यहां कोरोना प्रतिबंधों को खत्म कर दिया है. महाराष्ट्र ने मास्क अनिवार्यता हटाने पर एक्सपर्ट की राय मांगी है. WHO और हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि फिलहाल मास्क हटाना सेफ नहीं है. भारत जैसे देश में जहां जनसंख्या का घनत्व काफी ज्यादा है उनके लिए मास्क कोविड से सुरक्षित रहने का कारगार साधन है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मास्क को लेकर राय है कि जहां संक्रमण अधिक है वहां लोगों को हर हाल में मास्क पहनना चाहिए. भीड़-भाड़ वाली जगहों में भी मास्क पहनना बेहद जरूरी है. इसके अलावा कमजोर इम्युनिटी वाले लोग या फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए भी मास्क पहनना सुरक्षित है. गंभीर रोगों या सांस संबंधी तकलीफ जैसे कि अस्थमा वगैरह के मरीजों के लिए भी मास्क पहनना सुरक्षा कवच की तरह है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत और इसके जैसे विकासशील देशों में वैक्सीनेशन की दर काफी कम है. इन देशों में मास्क की अनिवार्यता को खत्म करना बुद्धिमानी का काम नहीं है.
कोरोना प्रतिबंधों में छूट पर केंद्र ने राज्य सरकारओं को फैसला लेने का अधिकार दिया है. कोविड संक्रमण की दर कम होने के बाद राज्य अपने स्तर पर छूट दे भी रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने मास्क अनिवार्यता में छूट के लिए राय मांगी है. दिल्ली में अकेले कार में सफर करने वालों पर मास्क अनिवार्यता को हाई कोर्ट ने खत्म कर दिया है. भारत की आबादी और संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए दुनिया भर के विशेषज्ञों की सलाह मास्क पहनने की है.
यूरोप के कई देशों ने मास्क से छूट दे दी है. ब्रिटेन, डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे में मास्क पहनना स्वैच्छिक है. ब्रिटेन के स्कूलों में भी मास्क अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. फ्रांस में इस महीने के आखिरी तक मास्क अनिवार्यता खत्म की जा सकती है. अमेरिका के कई राज्यों में छूट देने का क्रम जारी है. न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया में इनडोर जगह में मास्क और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. इसराइल में भी मास्क की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है.