चक्रवात की स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को चक्रवाती तूफान असनी (Asani) को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अगले सप्ताह से चक्रवात में बदल सकता है.
किस दिशा में बढ़ रहा है तूफान?
मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि यह चक्रवाती तूफान बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार की ओर बढ़ सकता है. मौसम विभाग ने इस तूफान का नाम असनी रखा है. इससे पहले केंद्रीय गृह सचिव ने तूफान से निपटने को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी.
21 मार्च को चक्रवाती तूफान में बदल सकती हैं तेज हवाएं
मौसम विभाग ने कहा है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ने से पहले यह तूफान कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया था. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है तेज हवाएं 21 मार्च को एक चक्रवाती तूफान में बदल सकती हैं. 22 मार्च तक उत्तर-पश्चिम की ओर यह बढ़ सकता है.
अलर्ट पर हैं तीनों सेनाएं
चक्रवाती तूफान का नाम श्रीलंका ने असनी रखा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तीनों सशस्त्र सेनाओं को अलर्ट पर रहने को कहा है. केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में अंडमान और निकोबार के प्रशासनिक अधिकारियों और संबंधित मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद रहे.
NDRF के साथ-साथ कई बचाव टीमें तैनात!
गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक, चक्रवाती तूफान की चेतावनी के बाद अंडमान और निकोबार में एनडीआरएफ (NDRF) के साथ बचाव दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है. चक्रवात के कारण 21 मार्च को मध्य बंगाल में भारी बारिश की संभावना है.
क्या है मौसम विभाग का अनुमान?
आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात के 22 मार्च की सुबह बांग्लादेश-उत्तर म्यांमार तटों के पास पहुंचने की उम्मीद है. एक दिन पहले, आईएमडी बुलेटिन में कहा गया था कि तूफान 23 मार्च को यह तूफान तटों तक पहुंच सकता है. 20 मार्च तक विक्षोभ बढ़ सकता है वहीं 21 मार्च तक चक्रवाती तूफान में हवाएं तब्दील हो सकती हैं.
मछुआरों को समुद्र में न उतरने की सलाह
बारिश के साथ ही राज्य में तेज हवाएं भी चलने की संभावना है. चक्रवात की स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त बचाव दलों को भी अलर्ट पर रखा है. सरकार की ओर से मछुआरों को समुद्र में न उतरने की सलाह दी गई है.