Biporjoy Cyclone की रफ्तार में थम गया गुजरात, तस्वीरों में देखें चक्रवात से मची तबाही का मंजर

Biporjoy Cyclone के चलते गुजरात में भयंकर तबाही देखने को मिली है. राज्य के ज्यादातर इलाकों मे बिजली आपूर्ति बाधित है और कनेक्टिविटी भी ठप पड़ चुकी है. बिपरजॉय ने गुरुवार शाम रौद्र रूप धारण कर लिया था.

डीएनए हिंदी: बिपरजॉय तूफान ने गुजरात से टकरा गया और उसने गुजरात में भयंकर तबाही मचाई है. Biparjoy के चलते तेज हवाओं ने कई जगहों पर बिजली के खंभों को गिरा दिया है और तेज बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है. गुजरात के तटीय क्षेत्रों में साइक्लोन से मची तबाही का मंजर हैं, तो दूसरी ओर राज्य में जमकर बारिश हो रही है. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडेय ने बताया कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय फिलहाल कच्छ-पाकिस्तान सीमा को टच कर रहा है और हवा की औसत गति 78 किमी प्रति घंटा रही है. IMD के पूर्वानुमान के अनुसार तूफान आज दक्षिणी राजस्थान पहुंचेगा और वहां पर बारिश होगी. निचले इलाकों में लोगों को अलर्ट कर दिया गया है, बाढ़ आने के आसार हैं. इसके अलावा शुक्रवार को गुजरात में बारिश होने की संभावना है जिसमें कच्छ, पाटन, बनासकांठा में ज्यादा बारिश हो सकती है. 

Biporjoy Cyclone से कितना हुआ नुकसान

गुजरात के मोरबी में तेज रफ्तार चक्रवाती हवाओं के चलते बिजली के तार टूट गए और खंभे गिर गए. इसके चलते  मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. प्रशासन बिजली आपूर्ति के लिए तुरंत ही काम में जुट गया. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक सिंह ने कहा कि साइक्लोन बिपरजॉय के कारण लगभग 22 लोग घायल हो गए हैं. अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है. 23 जानवरों की मौत हो गई है, 524 पेड़ और बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिससे 940 गांवों में बिजली नहीं है.

Biporjoy Cyclone के चलते बिजली आपूर्ति बाधित

बता दें कि चक्रवात के चलते गुजरात तटीय समेत कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. बिजली आपूर्ति की बहाली के लिए 597 कर्मचारियों की टीमें तैयार हैं. सभी सब-स्टेशनों पर तार व खंभे उपलब्ध करा दिए गए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अन्य जिलों से टीमों को जुटाया गया है. तटीय क्षेत्रों में चक्रवात से प्रभावित जिलों में सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा एहतियात के तौर पर चक्रवात की आशंका वाले जिलों में चार हजार से अधिक होर्डिंग हटा दिए गए हैं.

Okha Port में लगी आग

भीषण तूफान और तेज बारिश के बीच ओखा बंदरगाह पर एक कोयले के ढेर में आग लगने से लपटें उठने लगीं. दूसरी ओर, तेज हवाओं और भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ओखा पोर्ट भारी लैंडफॉल हुआ था. वहीं तूफानी हवाओं के बीच उठी आग की लपटें लोग सहम गए. तटीय गुजरात के साथ द्वारका, ओखा, नलिया, भुज, पोरबंदर और कांडला में बृहस्पतिवार सुबह से भारी बारिश हो रही है.

हवा में उड़ गए सोलर पैनल

Biporjoy Cyclone के चलते कल शाम से ही लोगों की घरों पर लगे सोलर पैनल पर भी खतरा मंडराने लगा था. कई जगह से वीडियो और तस्वीरें सामने आई थीं. जिसमें सोलर पैनल्स हवा में उड़ते नजर आ रहे थे. आज तूफान राजस्थान की ओर दस्तक दे सकता है. ऐसे में राज्य में लगे सोलरप्लांट में भारी तबाही की संभावनाएं भी हैं.

Biporjoy ने थामे रेलवे के चक्के

Biporjoy तूफान के चलते ही पश्चिम रेलवे नेकई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया था. एक बयान में पश्चिम रेलवे ने बताया कि कुल मिलाकर 99 ट्रेनें 18 जून तक रद्द कर दी गई हैं. बुधवार को एहतियात के तौर पर 76 ट्रेनें रद्द की गईं थीं. ये ट्रेनें बिपरजॉय प्रभावित क्षेत्रों से आरंभ या समाप्त होती हैं. 39 ट्रेनें अपने निर्धारित स्टेशन से पहले ही रोक दी गईं थीं. 

Biporjoy Cyclone से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए ये लोग

तूफान से सर्वाधिक प्रभावित गुजरात के 8 तटीय जिलों से लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया. इनमें सबसे ज्यादा 46,800 लोग कच्छ के हैं. इसके बाद 10,749 देवभूमि द्वारका, 9,942 जामनगर, 9,243 मोरबी, 6,822 राजकोट, 4,864 जूनागढ़, 4,379 पोरबंदर और 1,605 लोग गिर सोमनाथ जिले के हैं. कुल विस्थापितों में 8,900 बच्चे, 1,131 गर्भवती महिलाएं व 4,697 बुजुर्ग हैं. 
 

Biporjoy Cyclone ने किया राजस्थान का रुख

Cyclone Biparjoy Update: बिपरजॉय तूफान गुरुवार (15 जून) की रात 11.30 बजे के करीब गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ तट से टकरा गया. तट से टकराने के बाद लगातार तूफान की रफ्तार कम हो रही है. जखाऊ और मांडवी समेत कच्छ और सौराष्ट्र के ज्यादातार हिस्सों में इस वक्त तेज बारिश हो रही है. अब ये तूफान राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है,जहां हवा की रफ़्तार 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे के करीब है. ऐसे में शुक्रवार को बिपरजॉय राजस्थान में भारी तबाही मचा सकता है.