Heatwave in Delhi: दिल्ली-एनसीआर का बढ़ेगा 2 डिग्री पारा पर नहीं चलेगी लू

Heatwave in Delhi: राजधानी में 28 तारीख को वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने के चलते अब हीटवेव चलने की संभावना नहीं है.

लू के थपेड़ों से इस वक्त देश के ज्यादतर राज्य परेशान है. अधिकतर राज्यों में तापमान (Temperature) 40 डिग्री (40 Degree) से ज्यादा है. इसी बीच दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर आई है क्योंकि यहां अगले 4 दिनों तक हीटवेव (Heatwave) चलने की संभावना नहीं है. यह जानकारी IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामनी ने दी है. आज के अधिकतम तापमान की बात करें तो दिल्ली (Delhi) के सफदरजंग वैधशाला में अधिकतम तापमान 40.8 दर्ज किया गया है. वहीं न्यूनतम तापमान 22.2 दर्ज किया गया है.  

दिल्ली को मिलेगी गर्मी से राहत!

मौसम विभाग ने 25 अप्रैल को ये अनुमान लगाया था कि 28 अप्रैल को राजधानी में अधिकतम तापमान बढ़ सकता है. यह भी कहा गया था कि पारा बढ़ते ही राजधानी में हीटवेव चल सकती है लेकिन राजधानी में 28 तारीख को वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने के चलते अब ना तो राजधानी में कोई हीटवेव चलने की संभावना है और ना ही सीवियर हीटवेव. अगले 4 दिन तक तापमान में कोई ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज नहीं की जाएगी.

क्या होता है Western Disturbance?

Western Disturbance को हिंदी में पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है. ये क्या होता है इसका जवाब इसके नाम में ही शामिल है. ये एक ऐसा विक्षोभ है, जो पश्चिमी से उठकर पूर्व की ओर आता है. यहां Disturbance या विक्षोभ का मतलब है ऐसा क्षेत्र जहां हवा का दबाव कम होता है. जब हवाएं कम दबाव वाले क्षेत्र में होती हैं और ये कम दबाव वाला क्षेत्र पश्चिम दिशा में होता है तो इसे पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है.

2 डिग्री तक बढ़ सकता है तापमान

मौसम विभाग ने कहा कि अगले 2 दिन 28 और 29 को तापमान में 1 से 3 डिग्री तापमान में बढोतरी दर्ज की जा सकती है लेकिन इसके आसार कम ही है क्योंकि वेस्टर्न डिस्टरबैंस की सक्रियता बढ़ गई है. इसके साथ ही अगले 1 सप्ताह में 2 से 3 वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहे हैं जिससे मई महीने की शुरुआत में हल्की बारिश और हवाएं चल सकती हैं जिससे लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिलेगी.

ये है हीटवेव के मापदंड 

IMD के मुताबिक, जब किसी जगह पर किसी खास दिन उस क्षेत्र के सामान्य तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज किया जाता है तो मौसम एजेंसी हीटवेव की घोषणा करती है. यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है तो आईएमडी इसे 'गंभीर' हीट वेव घोषित करता है. 

कब होगी मानसून की शुरुआत?

मौसम विभाग हर साल मानसून को लेकर भविष्यवाणी करता है. मानसून के लेकर पहली भविष्यवाणी अप्रैल में और दूसरी जून के महीने में होती है. मौसम विभाग द्वारा पहले चरण में देश भर में मानसून का मौसम जून-सितंबर के दौरान आने का पूर्वानुमान प्रस्तुत किया गया है.