Jaipur Special: जयपुर शहर से भी ज्यादा मशहूर है 35 किमी दूर बसा ये गांव, बॉलीवुड फिल्मों की रहा है फेवरेट लोकेशन

Jaipur Special: जयपुर शहर को देश की सबसे सांस्कृतिक विरासत वाले शहरों में से एक माना जाता है, लेकिन जयपुर के आसपास भी कल्चरल हेरिटेज का खूबसूरत नजारा दिखता है. यही नजारा सामोद गांव में भी देशी-विदेशी टूरिस्ट्स को खींचकर ले आता है.

कुलदीप पंवार | Updated: Oct 23, 2024, 12:48 AM IST

1

सामोद गांव यूं तो बेहद पुरानी विरासत रखता है, लेकिन इसका असली इतिहास शुरू हुआ था 16वीं शताब्दी में रावल महाराज के यहां किले की स्थापना करने के बाद. यह किला ही सामोद गांव का असली आकर्षण है, जो कई फिल्मों की शूटिंग में इस्तेमाल हो चुका है.

2

जयपुर से 35 किलोमीटर दूर बसे सामोद गांव के करीब सामोद पर्वत की ऊंची चोटी पर हनुमान मंदिर बना है, जिसकी स्थानीय स्तर पर बेहद मान्यता है. मंदिर में मौजूद करीब 6 फुट ऊंचे हनुमान जी के बारे में मान्यता है कि वे करीब 700 साल पहले चट्टान में से खुद प्रकट हुए थे. दुर्गम पहाड़ियों में 1100 सीढ़ियां चढ़कर इस वीर हनुमान मंदिर तक भक्त पहुंचते हैं. स्थानीय मान्यता है कि यहां आने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है. यह राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है.

3

यहां के सामोद पैलेस को हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है, जिसमें ठहरना राजसी अनुभव वाला होता है. यहां अमूमन विदेशी टूरिस्ट्स की भीड़ लगी रहती है. इसके अलावा सामोद शीश महल भी बेहद खूबसूरत है. इन जगहों की पारंपरिक भित्ति चित्रकारी, सुरक्षा द्वार आदि टूरिस्ट्स के खास पसंदीदा पॉइंट्स हैं. 

4

सामोद गांव में केवल राजस्थानी संस्कृति के बारे में जानने की इच्छा रखने वाले देसी-विदेशी टूरिस्ट्स ही नहीं आते. यह जगह शाही शादियों से लेकर प्री-वेडिंग फोटो शूट तक के लिए बेहद फेमस है. खासतौर पर पर सामोद हेरिटेज पैलेस का बांसा बाग टूरिस्ट्स का पसंदीदा स्थल है.

5

सामोद में विदेशी टूरिस्ट्स के लिए ऊंट की सवारी सबसे बड़ा आकर्षण रहता है. इसके अलावा अरावली की पहाड़ियों से घिरे इस गांव में हॉट एयर बैलून से करीब 8-10 किलोमीटर तक उड़ान भरना भी रोमांचक अनुभव देता है. आसमान में से अरावली की पहाड़ियों के बीच सामोद का पैनारोमिक व्यू जबरदस्त दिखाई देता है. 

6

सामोद गांव एकसमय धर्मेंद्र की फिल्मों का मशहूर पॉइंट था. यहां धर्मेंद्र ने जीने नहीं दूंगा, गुलामी, बंटवारा, ऐलान-ए-जंग, लोहा जैसी जोरदार फिल्मों की शूटिंग की है. इसके अलावा सलमान खान और शाहरुख खान को भी यह जगह बेहद पसंद रही है, जो यहां करण-अर्जुन फिल्म की शूटिंग कर चुके हैं. सलमान खान की औजार और शाहरुख खान की चर्चित फिल्म कोयला की भी शूटिंग यहीं हुई है. इसके अलावा बॉबी देओल की चर्चित फिल्म सोल्जर भी यहीं शूट की गई थी. 60-70 के दशक में भी यहां अमरसिंह राठौड़ और गोरा-काला जैसी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है तो तेलुगू मूवी एनबीके 109 भी यहां शूट की गई थी. 

7

सामोद में विदेशी टूरिस्ट्स का असली जमावड़ा सर्दियों में नवंबर-दिसंबर से फरवरी-मार्च तक रहता है. इस दौरान मौसम बेहद खुशनुमा होता है. यहां आने वाले टूरिस्ट्स के लिए चमड़े की राजस्थानी जूतियां, लाख की खूबसूरत चूड़ियां, राजस्थानी पेंटिंग्स और मिट्टी के बर्तन आकर्षण का केंद्र रहते हैं.