Vaishno Devi Tragedy: सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान, भगदड़ में इन लोगों ने गंवाई जान

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि कुछ युवा लड़कों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और कुछ ही सेकंड के भीतर भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई. 

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के की वजह से मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हो गए. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने घटना की जांच (Probe) के आदेश दिए हैं. भगदड़ में जान गंवाने वाले मृतकों की पहचान भी सामने आई है.

इन लोगों ने हादसे में गंवाई जान

माता वैष्णो देवी भवन में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले 8 लोगों की पहचान हो गई है. इस घटना में जम्मू-कश्मीर के नौशेरा राजौरी के रहने वाले धीरज कुमार, यूपी के गाजियाबाद की निवासी श्वेता सिंह, दिल्ली के विनय कुमार और सोनू पांडे, हरियाणा के झज्जर की ममता, यूपी के सहारनपुर के धर्मवीर सिंह और विनीत कुमार व गोरखपुर के अरुण प्रताप सिंह की जान चली गई.

कब हुआ हादसा?

दरअसल रात करीब ढाई बजे मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास भगदड़ मच गई. वैष्णो देवी मंदिर जम्मू से करीब 50 किलोमीटर दूर त्रिकुट पर्वत पर स्थित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी घटना पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल सिन्हा और केंद्रीय मंत्रियों-जितेंद्र सिंह तथा नित्यानंद राय से बात की है.

कहां चल रहा है पीड़ितों का इलाज?

भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई और शवों को पहचान के लिए कटरा आधार शिविर के एक अस्पताल में भेजा गया था. घायल 15 लोगों को माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनमें से दो लोगों की हालत गंभीर है वहीं कुछ लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

PMO ने किया मुआवजे का ऐलान

घटनास्थल पर मौजूद एक श्रद्धालु आदित्य शर्मा ने बताया कि भक्तों की भारी भीड़ थी और फर्श पर सो रहे कुछ लोग भगदड़ में कुचल गए. मंदिर खुला है और अंतिम रिपोर्ट आने तक श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर रहे थे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए अनुग्रह रााशि की घोषणा की. पीएमओ के मुताबिक वैष्णो देवी भवन में भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे. 

घटना की होगी उच्च स्तरीय जांच

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल के कार्यालय ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, 'माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में भगदड़ के कारण लोगों की मृत्यु से बेहद दुखी हूं. मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. गृह मंत्री अमित शाह जी से बात की. उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी. भगदड़ की घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है. प्रधान सचिव (गृह) के नेतृत्व में जांच समिति का गठन किया गया है जिसमें एडीजीपी, जम्मू और संभागीय आयुक्त, जम्मू सदस्य के रूप में होंगे.

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 10 लाख

उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। भगदड़ में जान गंवाने वालों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे. श्राइन बोर्ड घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगा.
 

क्यों हुआ हादसा?

मौके पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि यह घटना नए साल की शुरुआत के मौके पर दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से हुई है. श्रद्धालु आमतौर पर कटरा आधार शिविर से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंदिर तक पैदल यात्रा करके जाते हैं, जबकि कुछ लोग हेलीकॉप्टर से वहां पहुंचते हैं. इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि कुछ युवाओं के बीच मामूली कहासुनी के कारण वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति बनी जिसमें दुर्भाग्य से 12 लोगों की मौत हो गई.

झगड़े के बाद मची भगदड़!

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि कुछ युवा लड़कों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और कुछ ही सेकंड के भीतर भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी तथा भीड़ में व्यवस्था तुरंत बहाल कर ली गई लेकिन उस वक्त तक नुकसान हो चुका था.