जानिए Modi राज में जम्मू-कश्मीर में हुए कौन से बड़े बदलाव

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ सालों में कई बदलाव हुए हैं. केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में विकास को गति देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं.

डीएनए हिंदीः जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित राज्य बनने बाद से ही वहां पर LG का शासन लागू है. केंद्र सरकार का दावा है कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से वहां पर विकास के काम तेजी से हुए हैं. इस समय मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर के LG हैं. मंगलवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि हाल के समय में जम्मू-कश्मीर में विकास और बदलाव हुआ है.

गवर्नर मनोज सिन्हा ने क्या कहा

जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने कहा कि एक समय था जब जम्मू-कश्मीर में केवल 3 मेडिकल कॉलेज थे - जीएमसी श्रीनगर, जीएमसी जम्मू और एसकेआईएमएस. प्रधानमंत्री ने राज्य को 7 नए मेडिकल कॉलेज, 2 एम्स और 2 कैंसर संस्थान दिए हैं. चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के मामले में अन्य राज्यों की तुलना में यहां का ढांचा बेहतर स्थिति में है.

उच्च शिक्षा के लिए भी हो रहा काम

मनोज सिन्हा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने हाल ही में अपोलो के साथ भी एक MoU साइन किया है. वो जम्मू में अस्पताल बनाने जा रहे हैं. हमें श्रीनगर को लेकर भी 3-4 प्रस्ताव मिले हैं. उनपर भी जल्द काम होता दिखाई देगा.

इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के युवाओं की शिक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. 2016 में जम्मू में आईआईटी और आईआईएम का उद्घाटन किया गया था. युवाओं को बेहतर उच्च शिक्षा देने के लिए जम्मू-कश्मीर के पास कुल 12 विश्वविद्यालय हैं.

विकसित होता रेल नेटवर्क

पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर के रेल नेटवर्क को पूरे देश से जोड़ने का प्रयास किया गया है. कश्मीर घाटी में मौजूद रेल नेटवर्क को जम्मू और पूरे देश से जोड़ने के लिए 1,486 करोड़ रुपये की लागत से चेनाब पुल बनाया जा रहा है. उधमपुर, श्रीनगर और बारामूला को जोड़ता यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बनने वाला है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी पूरी व्यवस्था है. 
 

हाईवे निर्माण

रेलवे के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में हाईवे निर्माण कार्य भी तेजी से किया गया है. यहां 3,612 करोड़ की लागत से 4 सड़कों को राष्ट्रीय नेशनल हाईवे बनाने की तैयारी की जा रही है. यह परियोजना 2023 तक तैयार हो जाएगी. यातायात को आसान और समय की बचत के लिए जम्मू-कश्मीर में कई सुरंगों का निर्माण भी किया जा रहा है.