इन देशों में अनोखे तरीके से मनाते हैं Mother's Day, कहीं बच्‍चों को बांध देते हैं तो कहीं मिलता है रिटर्न गिफ्ट

Mother's Day के दिन दुनिया के कुछ जगहों पर बड़े ही दिलचस्प अंदाज में मां के प्रति अपने प्रेम जाहिर किया जाता है.

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 04, 2022, 12:30 PM IST

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किसी जमाने में यहां मदर्स डे व्रत-त्योहारों के सीजन में ईस्टर से ठीक तीन हफ्ते पहले रविवार को मनाया जाता था जिसे मदरिंग सण्डे कहते थे. दरअसल गरीब घर के लोग अपने बच्चों को अक्सर अमीरों के यहां नौकरी के लिए भेज देते थे. मां के प्यार से वंचित इन बच्चों को चौथे रविवार को छुट्टी मिलती थी ताकि ये वर्जिन मैरी की पूजा कर सकें और अपने घर जा सकें. ये बच्चे रास्ते में अक्सर फूल तोड़ लेते और अपनी मां को केक बनाकर खिलाते थे. आजकल यहां मदर्स डे पर बच्चे अपनी मांओं को फूल, कार्ड और गिफ्ट देते हैं. 

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मई के अंतिम सप्ताह या जून के शुरूआती सप्ताह में यहां 'फेट डेस मेरेस' नामक उत्सव मनाया जाता है. वर्ष 1950 तक यह कोई आधिकारिक रूप से घोषित दिवस नहीं था बल्कि नेपोलियन ने इसे एक छुट्टी का दिन घोषित किया था. यहां मदर्स डे के दिन मां आराम करती हैं और उस दिन उनके बच्चे ही उनका सारा काम करते हैं. यहां  मदर्स डे के दिन उपहार के साथ साथ मां के लिए कुछ कविताएं भी गुनगुनाई जाती हैं. दिन के अंत में स्वादिष्ट भोजन का आयोजन होता है और इन सबके जरिए मां के प्रति अपना प्रेम जाहिर किया जाता है.

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यहां  Mother's Day को 'मटर टैग' कहा जाता है और यह मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है. द्वितीय विश्वयुद्ध के समय यहाँ मदर्स डे विशेष तवज्जो और उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया गया था. इसे माताओं के प्रति आभार प्रकट करने का दिन कहा गया है जो कि पितृभूमि यानी वेटर लैंड की रक्षा के लिए बच्चों को जन्म देती है. वहां की सरकार ने माताओं को, घर में बच्चों की मौजूदा संख्या के आधार पर गोल्ड, सिल्वर और ब्रोंज पदकों से सम्मानित किया था. युद्ध के बाद माताओं को उपहार, फूल और कार्ड के साथ स्वादिष्ट भोजन करवाने की परम्परा जारी रही है. 

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यहां मदर्स डे दिसम्बर महीने में मनाया जाता है. यहां लगातार तीन हफ्तों तक हर रविवार पहले चिल्ड्रेन्स डे, फिर फादर्स डे औऱ अंत में मदर्स डे मनाते हैं. चिल्ड्रेंस डे पर बच्चों को बांध दिया जाता है और उनसे वचन लिया जाता है कि वे माता-पिता की आज्ञा का पालन करेंगे. मदर्स डे पर मां के साथ भी ऐसा ही किया जाता है. जब मां बच्चों को अच्छा भोजन और उपहार देने का वचन देती है तभी उसे मुक्त किया जाता है. 

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यहां बरसात के मौसम के अंत में मनाए जाने वाले तीन दिवसीय एंथ्रोस्ट फेस्टिवल का एक हिस्सा है मदर्स डे. यह पूरी तरह माताओं को समर्पित होता है. जब बरसाती मौसम समाप्त होकर आसमान साफ हो जाता है. तब घर के सदस्य एक साथ इकट्ठा होते हैं और शानदार उत्सव मनाते हैं. यहां बेटियां सब्जी, मक्खन, मसाले औऱ चीज लाती हैं जबकि बेटे तरह तरह का मांस लाते हैं. इन्हें पारंपरिक भोजन बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इसी दौरान नृत्य संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है और इस तरीके से यहां मदर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है.  

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यहां मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है. यहाँ इसे 'हाहा नो ही' कहा जाता है. माताओं को शक्ति का प्रतीक मानकर उनका सम्मान किया जाता है. बच्चे स्कूलों में या कला प्रतियोगिताओं में अपनी मां के चित्र बनाते हैं. फिर इन चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाती है. ये बच्चे अपनी मां को दुलारते हैं, घरेलू कामों में उनका हाथ बंटाते हैं औऱ घर का भोजन तैयार करने में मां की मदद करते हैं. कई बच्चे अपनी मां के लिए सुशी और अंडों के व्यंजन बनाते है और मां को गुलदस्ते, कलात्मक उपहार और ग्रीटिंग कार्ड देते हैं.

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पेरू में माताओं को विशेष स्नेह और सम्मान देने की परंपरा है. यहां धरती माता यानी 'पचाम्मा' को भी पूजा जाता है. अगस्त में 'मार्टस डी चाल्ला' के नाम से यह उत्सव मनाया जाता है. यहां सिर्फ मदर्स डे को ही नहीं बल्कि भारत की तरह प्रेग्नेंसी के दौरान औऱ प्रसव के बाद भी माताओं का विशेष ध्यान रखा जाता है और उन्हें खूब पैंपर किया जाता है. मदर्स डे के दिन परिवार में सुस्वादु भोजन बनाने की परंपरा है. इस दिन बच्चे अपने हाथ से बनाए हुए किसी उपहार के साथ साथ मम्मा को चॉकलेट, बुके आदि भी देते हैं. बदले में मां भी रिटर्न गिफ्ट देती हैं.