Photos: सिर्फ महिलाएं चलाती हैं देश के ये 5 Railway Station, वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है नाम

क्या आप जानते हैं कि देश में पांच ऐसे रेलवे स्टेशन हैं जिन्हें पूर्ण रूप से महिलाएं चला रही हैं?

| Updated: Feb 24, 2022, 01:42 PM IST

1

इस लिस्ट में पहला नाम मुंबई उपनगर के माटुंगा रेलवे स्टेशन का है. यह स्टेशन मध्य रेलवे (सीआर) के तहत आता है. बता दें कि सभी काम महिला कर्मचारियों द्वारा संभाले जाने को लेकर इस स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स 2018 में भी दर्ज किया गया है. स्टेशन पर कुल 41 महिलाओं के दल की तैनाती की गई है जिसमें आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल), वाणिज्यिक और परिचालन विभाग के कर्मी शामिल हैं.

2

लिस्ट में दूसरा नाम है जयपुर के गांधी नगर रेलवे स्टेशन का. इस रेलवे स्टेशन पर रोजाना औसतन 7,000 यात्री आते हैं यही कारण है कि यह स्टेशन जयपुर के सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों में से एक है. स्टेशन पर फिलहाल 40 महिला रेलवे कर्मियों की तैनाती की गई है जिसमें स्टेशन मास्टर के अलावा चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर, टिकट चेकर और रिजर्वेशन क्लर्क शामिल हैं. इसके अलावा इस स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल के कर्मियों में भी केवल महिलाओं की ही तैनाती की गई है.

3

तीसरे नंबर पर आता है नागपुर का अजनी रेलवे स्टेशन. अजनी नागपुर का सेटेलाइट स्टेशन है जो मध्य रेलवे के नागपुर खंड का हिस्सा होने के साथ-साथ महत्वपूर्ण दिल्ली-चेन्नई रूट का हिस्सा भी है. इस स्टेशन पर रोजाना औसतन 6,000 यात्रियों की आवाजाही होती है. अजनी रेलवे स्टेशन पर कुल 22 महिला कर्मियों की तैनाती की गई है जिसमें स्टेशन मास्टर समेत 6 वाणिज्यिक क्लर्क, 4 टिकट चेकर, 4 कुली, 4 सफाई कर्मचारी और 3 रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मी शामिल हैं. 
 

4

गुजरात की राजधानी अहमदाबाद का मणिनगर रेलवे स्टेशन देश का चौथा और राज्य का पहला रेलवे स्टेशन है जो केवल महिलाओं द्वारा चलाया जाता है. यह स्टेशन पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आता है. इस स्टेशन पर 23 वाणिज्यिक क्लर्क और तीन परिचालन कर्मी (स्टेशन मास्टर और प्वाइंट्स पर्सन्स) के साथ 10 रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की तैनाती की गई है. ये सभी महिलाएं हैं.
 

5

पांचवे नंबर पर आता है आंध्र प्रदेश का चंद्रागिरी रेलवे स्टेशन. यह रेलवे दक्षिण मध्य रेलवे के गुंटकल खंड में आता है. इस स्टेशन पर कुल 12 कर्मी हैं जिसमें स्टेशन मास्टर, बुकिंग क्लर्क, प्वाइंट्स मैन, सुरक्षा और सफाई कर्मी शामिल हैं और सभी महिलाएं हैं. इस स्टेशन से रोजाना 234 यात्री गुजरते हैं और इस स्टेशन से औसतन 5,000 रुपये का राजस्व रोजाना प्राप्त होता है.