Rahul Bhat’s killing: राहुल भट्ट की हत्या पर भड़के कश्मीरी पंडित, 350 राज्य कर्मचारियों ने दिया इस्तीफा

Kashmir घाटी में एक बार फिर कश्मीरी पंडित आतंकियों के निशाने पर हैं. कुछ दिनों के भीतर कई कश्मीरी पंडितों का कत्ल हुआ है.

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 14, 2022, 03:00 PM IST

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राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित एक बार फिर खुद को घाटी में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक घाटी में 350 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने हत्या के एक दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को कश्मीरी पंडितो ने इस्तीफा भी सौंप दिया है. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि एक बार फिर वे घाटी में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कश्मीरी पंडितों ने मार्च भी निकाला है.

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राहुल भट्ट एक सरकारी कर्मचारी थी. उन्हें चदूरा कस्बे में तसहील कार्यालय के अंदर घुसकर आतंकियों ने गोली मार दी थी. गोली मारने के बाद आतंकी फरार हो गए थे. तत्काल राहुल भट्ट को श्रीनगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई थी.

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राहुल भट्ट को साल 2010-11 में प्रवासियों के लिए बनाए गए रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी मिली थी. राहुल भट्ट के हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है. 
 

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राहुल भट्ट की पत्नी ने बड़ी साजिश की बात कही है. उन्होंने कहा कि आतंकियों को कैसे पता चला कि वो वहां पर हैं. उनको तो सब अच्छा कहते थे. रास्ते में जब वो जाते थे तो सारे उनको सलाम करते थे. उनसे कहते थे कि आपके बगैर बडगाम अधूरा लगता है. मैंने 10 मिनट पहले उनसे बात की थी. मुझे नहीं पता था कि 10 मिनट के बाद उनको गोली मार दी जाएगी.
 

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राहुल भट्ट की पत्नी ने कहा कि पहले मुझे पता चला कि कंधे पर गोली मारी है. मैंने सोचा कि चलो बाजू चला जाएगा कोई बात नहीं मैं कर लूंगी. पैर भी चला जाता तो भी मैं कुछ ना कुछ कर लेती लेकिन उनकी जान चली गई. मैं अब अकेली रह गई हूं. मेरे साथ कोई नहीं है. मेरा बस वही था. राहुल भट्ट के साथ सुरक्षाकर्मी नहीं थे.

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राहुल भट्ट के पिता ने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए. ये एक साजिश के तहत हुआ है. कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के खिलाफ बडगाम में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है. लोगों में राहुल भट्ट की हत्या को लेकर आक्रोश है. 
 

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पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं. (तस्वीर-PTI)