Raj Thackeray की हुंकार- 'अजान के जवाब में डबल वॉल्यूम में बजाएं हनुमान चालीसा'

महाराष्ट्र की सियासत इन दिनों लाउडस्पीकर के इर्द-गिर्द घूम रही है. राज ठाकरे मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग कर रहे हैं.

महाराष्ट्र की पूरी राजनीति अजान बनाम हनुमान चालीसा में उलझकर रह गई है. महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) अपने भाई उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की सरकार पर लगातार हमलावर हैं. रविवार को औरंगाबाद में इसी विवाद को और तूल देने के लिए उन्होंने एक विशाल रैली को भी संबोधित किया है.

चुप रहना छोड़ें हिंदू

राज ठाकरे ने कहा कि लाउडस्पीकर धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है, क्योंकि यह लोगों को परेशान करता है. मनसे प्रमुख ने आगे कहा कि अगर मस्जिदें लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद नहीं करती हैं तो हिंदुओं को चुप नहीं रहना चाहिए और उचित कदम उठाने चाहिए. 

भाई पर जमकर हमला बोल रहे हैं राज ठाकरे

राज ठाकरे ने  महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, 'महाराष्ट्र में इन लाउडस्पीकरों को क्यों नहीं हटाया जा सकता, जबकि अन्य राज्यों ने पहले ही ऐसा किया है.'  राज ठाकरे की औरंगाबाद की रैली में भीषण भीड़ उमड़ी थी.

मस्जिदों के सामने दोगुनी आवाज से बजाएं हनुमान चालीसा

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को एक बार फिर दोहराया कि वह मस्जिदों पर से लाडस्पीकर हटाने के लिए दी गई 3 मई तक की समय सीमा को लेकर अडिग हैं. ठाकरे ने देर शाम यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए दी गई तीन मई की समय सीमा के बाद जो कुछ भी होगा, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा. 4 मई से सभी हिंदू मस्जिदों के ऊपर के लाउडस्पीकर से दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजाएं.'

'मुसलमान नहीं समझते हैं तो उन्हें दिखाएंगे महाराष्ट्र की असली ताकत'

राज ठाकरे ने कहा, 'अगर वे (मुसलमान) अच्छे से नहीं समझते हैं, तो हम उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखाएंगे.' उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर का शोर धार्मिक, नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है. सभी लाउडस्पीकर (मस्जिदों के ऊपर) अवैध हैं. उन्होंने पूछा कि क्या यह एक संगीत कार्यक्रम है जिसमें इतने लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है?

उद्धव सरकार पर साधा निशाना

राज ठाकरे ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार लाउडस्पीकर हटा सकती है तो उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को ऐसा करने से क्या रोक रहा है. (भाषा इनपुट के साथ)