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Taj Mahal Basement Photos: ताजमहल के नीचे क्या है? ASI ने दिखा दी 'सच्चाई'

आगरा के ताजमहल को लेकर विवाद जारी है. एक पक्ष का दावा है कि ताजमहल को मंदिर तोड़कर बनाया गया है. हालांकि, हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया गया है.

ताजमहल (Taj Mahal) के तहखाने में बने कुछ कमरों के ताले खुलवाने वाले की याचिका दायर करने वाले पक्ष ने दावा किया था कि वहां मंदिर और भगवान से जुड़े सबूत मौजूद हैं. हालांकि, हाई कोर्ट ने इस मामले पर सख्त टिप्पणी करते हुए याचिका खारिज कर दी. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने कहा कि यह सब इतिहासकारों से जुड़ा मामला है. हालांकि, भारत के पुरात्तव सर्वेक्षण विभाग (ASI) ने जनवरी 2022 में जारी अपने न्यूजलेटर में ताजमहल के तहखाने की तस्वीरें जारी की थीं.

1.ASI ने दिखाई तहखाने की तस्वीर

ASI ने दिखाई तहखाने की तस्वीर
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जनवरी 2022 में ASI ने अपना न्यूजलेटर जारी किया था. इसमें ASI ने कई सारी तस्वीरें भी जारी की हैं. आपको बता दें कि देश में स्थित सभी ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण का काम एएसआई ही करता है. उनका रख-रखाव, रिपेयरिंग और बाकी के सभी काम एएसआई के जिम्मे ही हैं.



2.Taj Mahal के तहखाने में क्या है?

Taj Mahal के तहखाने में क्या है?
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ताजमहल के नीचे की जो तस्वीरें एएसआई ने जारी की हैं उनमें मुगलकालीन स्थापत्य कला के उदाहरण देखे जा सकते हैं. इसमें मेहरानुमा आकृति दिखाई देती है. एएसआई ने बताया कि खराब हो चुके चूने के प्लास्टर को हटा दिया गया है और रिपेयरिंग का काम कर दिया गया है.



3.ताजमहल के बेसमेंट में चल रहा था काम

ताजमहल के बेसमेंट में चल रहा था काम
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एएसआई के एक अधिकारी ने अपना नाम छिपाने की शर्त पर बताया कि ताजमहल के तहखाने में संरक्षम के लिए काम ल रहा था. यही कारण है कि दिसंबर 2021 से मार्च 2022 के बीच की तस्वीरें उपलब्ध नहीं हैं.



4.बेसमेंट और छत पर जाते रहते हैं ASI के लोग

बेसमेंट और छत पर जाते रहते हैं ASI के लोग
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ASI के एक अधिकारी ने बताया कि सिर्फ़ ताजमहल ही नहीं बाकी सभी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए भी इस तरह के काम किए जाते हैं, ताकि इमारतें सुरक्षित रहें. संरक्षण से जुड़े कामों के लिए हम ताजमहल की छत और बेसमेंट में जाते रहते हैं.



5.हाई कोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी

हाई कोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी
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हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले बीजेपी नेता डॉ. रजनीश सिंह ने कहा है कि वह अपनी मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. रजनीश सिंह का दावा है कि ताजमहल के नीचे '22 कमरे' हैं और उनमें हिंदू सभ्यता, मंदिरों, और देवी-देवताओं की मूर्तियों से जुड़े साक्ष्य मौजूद हैं.



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