बिहार की राजधानी पटना में पास-पास बने ये मंदिर और मस्जिद एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं को ख्याल रखते हैं. इस वजह से किसी को कोई समस्या नहीं होती और लोग आपस में मिल-जुलकर प्यार से रहते हैं.
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यहां दोनों समुदायों के बीच आपसी सहमति इस कदर है कि दिनभर लाउडस्पीकर पर चलने वाला भजन और आरती, अजान के समय बंद कर दिया जाता है. लोगों की कोशिश है कि दूसरों की धार्मिक भावनाओं का भी ख्याल रखा जाए.
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सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश करते हुए यहां के मुस्लिमों ने राम नवमी के दौरान मंदिर आने वाले लोगों का ख्याल रखा और उन्हें शर्बत पिलाया.
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मस्जिद के चेयरमैन फैसल इस्लाम कहते हैं कि राम नवमी के समय मंदिर जाने के लिए धूप में लगे लोगों को हमने शर्बत पिलाया. मंदिर में दिनभर भजन-कीर्तन बजता है, लेकिन अजान के वक्त बंद हो जाता है. यह सम्मान दिखाने का तरीका है और आपसी सद्भाव है.
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महावीर मंदिर के चेयरमैन किशोर कुनाल कहते हैं कि न हमें अजान से कोई समस्या है, न उन्हें भजन-कीर्तन से कोई परेशानी है. हमने अपना भाईचारा बरकरार रखा है और एक-दूसरे की मदद करते रहते हैं.