January की बारिश ने तोड़ा 122 सालों का रिकॉर्ड, जानें सर्दी में क्यों सावन की तरह बरस रहे हैं बादल

इस साल जनवरी महीने की बारिश ने बीते सालों के रिकॉर्ड को इस तरह तोड़ा है कि लोगों को ठंड से भी जल्दी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है.

इस साल Delhi-NCR में जनवरी महीने की बारिश ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. सर्दी के इस मौसम में जिस तरह बादल जमकर बरस रहे हैं, उसका असर लगातार बढ़ती ठंड के रूप में सामने आ रहा है. जानते हैं बारिश का ऐसा रिकॉर्ड पहले कब बना था और क्यों हो रही है इस मौसम में इतनी बारिश?
 

यहां भी बारिश की संभावना

वहीं मौसम विभाग के अनुसार 3 से 4 फरवरी के बीच बिहार, झारखंड, सिक्किम और पश्चिमी बंगाल में भी बारिश की संभावना जताई गई है. 

पश्चिम बंगाल


शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण 14 सितंबर तक पूरे पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होगी. 

2-4 फरवरी के बीच बारिश

उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 29 जनवरी से 1 फरवरी के बीच तेज हवाएं चल सकती हैं. इसी के साथ 2 से 4 फरवरी के बीच इन राज्यों में भी हल्की बारिश के आसार हैं.
 

सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हैं वजह

जानकारों के मुताबिक जनवरी में सक्रिय हुए दो पश्चिमी विक्षोभों की वजह से यह बारिश हो रही है. पश्चिम विक्षोभ को Western Disturbance भी कहा जाता है. यह एक ऐसा विक्षोभ होता है, जो पश्चिम से उठकर पूर्व की ओर आता है. यहां Disturbance या विक्षोभ का मतलब है ऐसा क्षेत्र जहां हवा का दबाव कम होता है. जब हवाएं कम दबाव वाले क्षेत्र में होती हैं और ये कम दबाव वाला क्षेत्र पश्चिम दिशा में होता है तो इसे पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है.

फरवरी में बारिश की भी संभावना


उत्तर भारत में फरवरी के महीने में सामान्य से अधिक औसत बारिश होने की संभावना है. दिल्ली के अलावा पंजाब , हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बादल छाए रहने के साथ ही बारिश भी हो सकती है.